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एचसीयू: कुलपति को हटाने की मांग, छात्रों ने घेरा प्रशासनिक भवन

हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) के दर्जनों छात्रों ने आज विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन का घेराव किया और कुलपति अप्पा राव पोडिले को तत्काल पद से हटाने और बाहरी लोगों के परिसर में प्रवेश करने पर लगी रोक हटाने की मांग की।
एचसीयू: कुलपति को हटाने की मांग, छात्रों ने घेरा प्रशासनिक भवन

दलित छात्र रोहित वेमुला की आतमहत्या के बाद से एचसीयू के कुलपति को लेकर वहां के छात्रों का गुस्सा कम होता नहीं नजर आ रहा है। ताजा घटनाक्रम में शुक्रवार को एचसीयू परिसर में दर्जनों छात्र सुबह करीब आठ बजे प्रशासनिक भवन के सामने एकत्र हुए और दोपहर दो बजे तक उसका घेराव किया। जेएसी फॉर सोशल जस्टिस के बैनर तले छात्रों ने कुलपति और विश्वविद्यालय के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और संस्थान के गेट मीडिया तथा आम लोगों के लिए खोलने की मांग की। उन्होंने मांग की, हमारे अभिभावकों, डॉक्टरों, वकीलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को अंदर आने तथा छात्रों से बातचीत की अनुमति दी जानी चाहिए।

 

विश्वविद्यालय के मुख्य सुरक्षा अधिकारी टी वी राव ने कहा कि छात्रों ने कर्मचारियों को अंदर नहीं जाने दिया और उन्हें बाहर ही रहने के लिए विवश होना पड़ा। गौरतलब है कि सुरक्षा अधिकारियों ने कल केरल के तीन सांसदों और सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया था। उन्होंने आज स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव और अन्य को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी। यादव ने आरोप लगाया कि अप्पा राव कुलपति पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं। यादव ने कहा, वह एक आरोपी हैं, भले ही वह छूट जाएं। लेकिन उन्हें जांच पूरी होने के बाद ही परिसर में आना चाहिए।

 

आंदोलनकारी छात्रों ने सभी छात्रों के खिलाफ दर्ज गलत मामलों को हटाने तथा अप्पा राव को हटाने एवं गिरफ्तार करने की भी मांग की। राव के खिलाफ शोध छात्र रोहित वेमुला को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। वेमुला की याद में बनाया गया रोहित स्मारक स्तूप अभी विश्वविद्यालय परिसर में ही है। हालांकि विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज इस बात को दोहराया कि वहां से कुछ भी हटाने की अभी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने परिसर में अनधिकृत ढांचे को हटाने से संबंधित किसी मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं की है।

 

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