बीएसई और सेन्टर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी (सीएमआईई) के साथ मिल कर जुटाए गए आंकड़े दर्शाते हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर बेरोजगारी दर अगस्त में 9.84 प्रतिशत रही। बीएसई-सीएमआईई ने बेरोजगारी पर पहला हाई-फ्रिक्वेंसी डाटा इसी वर्ष अप्रैल में शुरू किया है। बीएसई की एक विज्ञप्ति के अनुसार, अगस्त में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर बढ़ कर 11.24 प्रतिशत पर पहुंच गयी जो जुलाई में 10.76 प्रतिशत थी।
अगस्त में ग्रामीण बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ कर 9.18 प्रतिशत पर पहुंच गया जो जनवरी के बाद उच्चतम है। बीएसई के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक आशिष कुमार चौहान ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी का बढ़ना
चुनौतीपूर्ण है। लगता है कि ऐसा स्थापित उत्पादन क्षमता के उपयोग तथा निवेश गतिविधियों का स्तर कम होने के कारण है और ये बातें क्रमश: रिजर्व बैंक के ओबिकस सर्वे और सीएमआईई कैपेक्स सर्वे में दिखती हैं।
भाषा