वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एम वीरप्पा मोइली ने कर्नाटक में उम्मीदवारों के चयन को लेकर पार्टी के भीतर घमासान मचे होने की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबले के लिए पार्टी का प्रदेश नेतृत्व पूरी तरह एकजुट है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक से लोकसभा सदस्य मोइली ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की तारीफ की और कहा कि उन्होंने राज्य में राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिरता लाने का काम किया है।
पीटीआई को दिये साक्षात्कार में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य में टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं के समर्थकों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों को खारिज कर दिया।
78 वर्षीय मोइली ने कहा , ‘‘ टिकट चाहने वालों की बड़ी अपेक्षाएं है , इसी वजह से कुछ समय के लिए वे विरोध जताएंगे , लेकिन अंत में वे मान जाएंगे।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदर्शन इस ओर इशारा करते हैं कि कांग्रेस राज्य में सत्ता में वापसी करने जा रही है। क्या भीतरी घमासान से विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की संभावनाएं धूमिल हो सकती हैं ? इस प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि सिद्धरमैया पिछले कुछ सालों में कर्नाटक में एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हुए हैं जिन्होंने पांच साल के लिए स्थिर सरकार दी है।
मोइली ने कहा , ‘‘ इन पांच साल में कोई भीतरी घमासान नहीं रहा और भविष्य में भी नहीं होगा।’’
चिकबल्लापुर से दूसरी बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी का प्रदेश नेतृत्व पूरी तरह एकजुट है।
इससे पहले खबरें आई थीं कि मोइली , मल्लिकार्जुन खड़गे और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जी परमेश्वर जैसे प्रदेश के वरिष्ठ नेता लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहे लोगों को टिकट देने के पक्ष में हैं और पाला बदलकर आये लोगों के पक्षधर नहीं हैं। हालांकि मुख्यमंत्री दूसरे दलों से आए लोगों को टिकट दे कर उम्मीदवारों के चयन में अपना अलग रास्ता अपनाते दिख रहे हैं।
कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस 218 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है और बाकी छह विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम को अंतिम रूप देने वाली है। मोइली ने कहा कि उम्मीदवारी को लेकर हो रहे प्रदर्शनों के मामले चुनिंदा हैं। उन्होंने पिछले महीने कहा था कि सत्तारूढ़ दल की एकजुटता के लिए उनके पुत्र हर्ष मोइली विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
इससे पहले वह एक ट्वीट से विवाद में आ गये थे जिसमें उन्होंने कहा था कि कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन में ‘ धन की राजनीति ’ से पार्टी के सामने प्रश्नचिह्न खड़ा हुआ है। उन्होंने बाद में ट्वीट हटा दिया था।
कर्नाटक चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र तैयार करने वाली 15 सदस्यीय समिति के प्रमुख मोइली ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री , प्रदेश अध्यक्ष और कर्नाटक के प्रभारी महासचिव के सी वेणुगोपाल को मसौदा सौंप दिया है। अंतिम मंजूरी मिलने के बाद इसे जल्द जारी किया जाएगा।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा कि राज्य में कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और कांग्रेस स्पष्ट बहुमत से जीत हासिल कर सरकार बनाएगी तथा यह जीत 2019 में नरेंद्र मोदी सरकार के हटने का संकेत देगी।
उन्होंने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने साबित कर दिया है कि वह नरेंद्र मोदी की तुलना में अधिक सक्षम हैं। कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव 12 मई को होंगे।