अयोध्या एक बार फिर राजनीतिक अखाड़ा बन गई है। शिवसेना प्रमुख शनिवार से यहां मौजूद हैं। वहीं भव्य राम मंदिर के निर्माण को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए विश्व हिंदू परिषद द्वारा रविवार को धर्म सभा का आयोजन किया जा रहा है। माहौल को देखते हुए सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए गए हैं। एटीएस कमांडो, आरपीएफ, पीएसी के साथ सिविल पुलिस की तैनाती से अयोध्या छावनी में तब्दील हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबित, धर्म सभा के आयोजकों द्वारा दावा किया जा रहा है कि यहां करीब तीन लाख राम भक्तों के आने की संभावना है। यह सभा चार घंटे तक चलेगी। दोपहर 12.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक यह सभा बड़ा भक्तमाल की बगिया में होगी। इस धर्म सभा में साधुसंत, वीएचपी और बीजेपी के कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं लेकिन मंच पर सिर्फ साधु संतों को ही स्थान दिया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था चुस्त
माहौल को देखते हुए बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है। निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे लगाये गये हैं। इस सिलसिले में एक अपर पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उप महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, दस अपर पुलिस अधीक्षक, 21 पुलिस उपाधीक्षक, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 42 कंपनी पीएसी, पांच कंपनी आरएएफ, एटीएस कमांडो और ड्रोन तैनात किये गये हैं ।
अब नारा नहीं, मंदिर निर्माण की तारीख बताएं: शिवसेना
गौरतलब है कि शनिवार को राम मंदिर निर्माण की हुंकार भरने अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सियासत में 34 साल से साथ रहे भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर निशाना साधा। शनिवार को 6 मिनट के भाषण में उन्होंने केंद्र सरकार को ललकारा। कहा, चार साल से सो रहे कुंभकर्ण को जगाने आया हूं। अब नारा नहीं, मंदिर निर्माण की तारीख बताएं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मंदिर पर संसद में अध्यादेश लाए तो शिवसेना उनका साथ देगी।
खौफजदा हैं मुसलमान: जफरयाब जीलानी
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के वरिष्ठ सदस्य अधिवक्ता जफरयाब जीलानी ने अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) द्वारा आयोजित ‘धर्म सभा’ को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की रणनीति का हिस्सा करार देते हुए दावा किया कि अयोध्या के मौजूदा हालात के मद्देनजर वहां के मुसलमान खौफजदा हैं।
जीलानी ने कहा कि अयोध्या के मुसलमान पिछले करीब एक हफ्ते से खौफजदा हैं। जो लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, उनसे हमने कहा है कि वे लखनऊ आज जाएं। उन्होंने कहा ‘‘हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं...।’’
एआईएमपीएलबी के वरिष्ठ सदस्य ने दावा किया कि अयोध्या में आज जो भी हो रहा है, वह अदालत की अवमानना है। नियम तो यही है कि जो मामला अदालत में चल रहा हो, उसके बारे में सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया तो दूर, उसका जिक्र तक नहीं करना चाहिये। मगर अदालत को बयानों और आयोजनों के जरिये चुनौती दी जा रही है।