राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पहली बार अंसारी के उप राष्ट्रपति पद की शपथ लेेने के बाद मीडिया ने उनसे पूछा कि क्या वह गैर राजनैतिक हैं, इस पर अंसारी ने कहा कि कोई नागरिक कैसे गैैर राजनयिक हो सकता है। अंसारी ने यह भी कहा कि एक नागरिक सामाजिक सरोकार में हमेशा सक्रिय होता है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि यही सोच इस बुुक की थीम है। पुस्तक एक नागरिक को उसकी लोकतांत्रिक जिम्मेदारियों से अवगत कराती है। इस देश के जटिल और व्यापक हो रहे लोकतंत्र को समझनेे में यह किताब बेहद अहम हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसी बेहतर किताब के लिए उप राष्ट्रपति अंसारी की तारीफ करते हुए कहा कि दुनिया बदल रही है। तकनीक भी बदल रही है। लोग आज सिटीजन की बजाए नेटिजन हो रहे हैं। ऐसे बदलाव के बीच यह किताब हमें अपने कर्त्तव्यों की जानकारी देगी। पीएम मोदी ने कहा कि बदलाव के बीच हमें हमारी परंपरा और पारिवारिक मूल्यों को बचाकर रखना होगा। यही हमारी शक्ति है।
उप राष्ट्रपति मोहम्मद अंसारी ने कहा कि किताब में राजनीति, सुरक्षा और सशक्तिकरण की उपयोगी जानकारी दी गई है। इस पुस्तक में उन्होंने देश के समक्ष मुख्य चुनौतियों को पेश करने की कोशिश की है। विमोचन समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय मंत्री स्म़ति र्इरानी और विजय गोयल भी मौजूद थे।