बताया जा रहा है कि विद्रोह से प्रभावित यमन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए चल रहे आॅपरेशन पर नजर रख रहे वीके सिंह ने मीडिया को संबोधन करने के बाद ट्वीट किया कि दोस्तो आप प्रेस्टीटयूट्स से क्या उम्मीद रखेंगे। इसके बाद तो सोशल मीडिया पर वीके सिंह के इस ट्वीट को लेकर निंदा शुरु हो गई। सिंह ने मीडिया पर टिप्पणी इसलिए की कि पाकिस्तान दिवस के अवसर पर दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग के समारोह में जाने पर उनकी जमकर खिचाई की गई थी। उसके बाद से ही सिंह मीडिया पर अपना गुस्सा उतार रहे हैं।
इस ट्वीट के बाद कांग्रेस ने जहां खेदजनक कहते हुए सिंह को असंवेदनशील बताया वहीं वामदल के नेताओं ने बयान की निंदा की।
इस विवाद के बाद फिर सिंह अपनी सफाई दे रहे है। लेकिन बताया जा रहा है कि जिस तरह से उन्होने ट्वीट कर अपनी राय जाहिर की उससे सफाई देने से भी कोई बात बनने वाली नहीं है। इससे पहले भी सिंह ट्वीट कर अपने गुस्से का इजहार कर चुके हैं जिसे लेकर विपक्षी दलों ने सिंह को मंत्रिमंडल से हटाए जाने की मांग कर दी थी।
विवादों में फिर वीके सिंह
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह एक ट्वीट को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। यह सुर्खियां मीडिया को प्रेस्टीटयूट्स कहने पर है। जिसकी राजनीतिक दलों ने निंदा की है।

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