पीएम मोदी ने कहा कि यह विदेशों में भारतीयों को केवल संख्या की वजह से नहीं जाना जता है बल्कि उनके योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा कि विदेश जाने वाली भारतीय नागरिकों के लिए केंद्र सरकार प्रवासी कौशल विकास योजना लॉन्च करेगी।
प्रधानमंत्री ने बताया कि पर्सन ऑफ इंडियन ऑरिजिन कार्ड को ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया कार्ड में बदलने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2016 से बढ़ाकर 30 जून, 2017 कर दी गई है, जिसके जरिये पीआईओ कार्ड धारक अपने कार्ड को ओसीआई कार्ड में परिवर्तित करा सकें। उन्होंने कहा कि विदेश में रह रहा हर भारतीय भारत की प्रगति के लिए आतुर है।
पीएम ने कहा कि हम विदेश में बेहतर आर्थिक अवसरों की तलाश में जाने वाले कामगारों के लिए 'अधिकतम सुविधा और न्यूनतम असुविधा' सुनिश्चित करना चाहते हैं। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए पीएम मोदी ने कर्नाटक सरकार का धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि दूर-दूर लोग इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए हैं
इस दौरान उन्होंने कालेधन और भ्रष्टाचार पर भी हमला बोला और कहा कि मैं विदेशी भारतीय समुदाय को धन्यवाद कहना चाहता हूं जिसने कालेधन और भ्रष्टाचार से लड़ने में सहयोग दिया। दुर्भाग्य की बात है कि कालेधन के कुछ राजनीतिक पुजारी हैं जो हमारे प्रयासों को जनता विरोधी दर्शाते हैं।
अपने संबोधन में उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की भी तारीफ की और कहा कि वो विदेश में मुसीबत में फंसे भारतीय लोगों की मदद के लिए तेजी से काम करती हैं। इसके अलावा निर्देशित दूतावास भी विदेशों में मौजूद भारतीय समुदाय की मदद के लिए तैयार रहें।
इससे पहले प्रधानमंत्री सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक ऐसा पर्व है जिसके होस्ट भी आप हैं और गेस्ट भी आप ही हैं। विदेशों में मौजूद 30 मिलियन भारतीयों को सिर्फ उनकी संख्या नहीं बल्कि उस देश और भारत के लिए उनके योगदान के लिए भी सम्मान मिलता है। भारतीय समुदाय हमारी संस्कृति और मूल्यों को सर्वश्रेष्ठ रूप में प्रस्तुत करते हैं।