लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए मंगलवार को मतदान जारी है। 15 राज्यों के 117 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। लेकिन इस बीच एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) सवालों के घेरे में है। कई पोलिंग बूथ पर मशीन में गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। आइए, जानते हैं आखिर कौन सी कंपनी ईवीएम का निर्माण करती है।
कौन बनाता है ईवीएम?
ईवीएम का निर्माण सरकारी क्षेत्र की दो कंपनियों- “भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, बेंगलुरु” और “इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद” द्वारा किया जाता है। चुनाव आयोग ने इसका डिजाइन इन्हीं दो कंपनियों के साथ मिलकर तैयार किया। जबकि पहले भारतीय ईवीएम का आविष्कार 1980 में “एम बी हनीफा” ने किया गया था जिसे उसने “इलेक्ट्रॉनिक संचालित मतगणना मशीन" के नाम से 15 अक्तूबर 1980 को पंजीकृत करवाया था। साल 2014 में देश भर के सभी मतदान केंद्रों पर 17.5 लाख ईवीएम का इस्तेमाल हुआ। ईवीएम के इस्तेमाल के साथ ही भारत ई-लोकतंत्र बन गया।
गोवा में मॉक पोल के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी
गोवा में आम आदमी पार्टी ने मॉक पोल के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कहा है, ईवीएम सच में खराब है या फिर मशीन में ऐसे प्रोग्राम सेट किए गए हैं।
बता दें कि गोवा में आम आदमी पार्टी के संयोजक इल्विस गोम्स ने ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि मॉक पोलिंग के दौरान सबसे ज्यादा 17 वोट भाजपा को, कांग्रेस को नौ और आम आदमी पार्टी को 8 वोट मिले हैं। उनके ट्वीट पर गोवा के निर्वाचन अधिकारी ने कहा हम मामले की जांच कर रहे हैं। इस ट्वीट पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गोवा में 'दोषपूर्ण' ईवीएम भी अन्य वोटों को भाजपा में स्थानांतरित करती है। क्या ये वास्तव में दोषपूर्ण हैं या इस तरह से प्रोग्राम किए गए हैं?
अखिलेश ने उठाए सवाल
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कई जगह से वोटिंग मशीन खराब होने की खबरें आ रही हैं या तो वोट बीजेपी को जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी का कहना है कि कि रामपुर लोकसभा क्षेत्र में 300 से ज्यादा ईवीएम खराब होने की गंभीर शिकायतें मिल रही हैं। हालांकि उनके आरोपों का चुनाव आयोग ने खंडन किया है।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “पूरे देश भर में ईवीएम में या तो खराबी आ रही है या भाजपा को वोट जा रहे हैं। डीएम का कहना है कि मतदान अधिकारियों को ईवीएम चलाने की ट्रेनिंग नहीं दी गई है। 350 से ज्यादा ईवीएम बदली जा रही है। ये मतदान के दौरान आपराधिक कदम है। चुनाव आयोग क्या हम जिलाधिकारियों की बात पर भरोसा करें या ये किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है।”
इधर समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि रामपुर लोकसभा क्षेत्र के शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में कई मतदान केन्द्रों पर खराब वोटिंग मशीनों की वजह से मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने से वंचित है। , स्वार टाण्डा, रामपुर सदर, चमरव्वा से बड़ी संख्या में मशीनों के खराब होने की जानकारी मिल रही हैं। समाजवादी पार्टी का कहना है कि जिला प्रशासन का रवैया बेहद गैरजिम्मेदाराना है और लोगों को मताधिकार से वंचित रखने की साजिश की जा रही है।