यूएन में भारत द्वारा पाकिस्तान को ‘टेररिस्तान’ करार देने वाली बात चर्चा में है। दरअसल शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र की महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने भारत प्रशासित कश्मीर का मुद्दा उठाया। इस दौरान अब्बासी ने कहा कि विश्व समुदाय को कश्मीर समस्या का हल निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव और मानवाधिकार आयोग के उच्चायुक्त को भारत प्रशासित कश्मीर में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों की जांच करनी चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
इसके बाद भारत ने पलटवार करते हुए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। यूएन में भारत की प्रथम सचिव ईनम गंभीर ने पाकिस्तान को 'टेररिस्तान' करार दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों का गढ़ है और दुनिया को मानवाधिकार पर पाकिस्तान के ज्ञान की आवश्यकता नहीं है।
ईनम ने कहा कि पाकिस्तान अपनी ही जमीन पर मानवाधिकारों का उल्लंघन करता रहा है. पाकिस्तान को समझ लेना चाहिए जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। ये देश आज पूरी तरह आतंक को पैदा कर रहा है। यह असाधारण है कि एक स्टेट जो ओसामा बिन लादेन और मुल्ला उमर को पनाह देता है, पीड़ित होने का दिखावा कर रहा है।
इस पलटवार के बाद ईनम काफी सुर्खियों में है। आइए जानते हैं कौन हैं ईनम गंभीर
ईनम गंभीर भारत की युवा डिप्लोमैट और संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के पर्मानेंट मिशन की प्रथम सचिव हैं। दिल्ली की रहने वालीं ईनम ने यूनिवर्सिटी ऑफ जेनेवा से अपनी पढ़ाई पूरी की है। 2005 में उन्होंने भारतीय विदेश सेवा (IFS) ज्वाइन की और 2008 में अर्जेंटीना में भारत दूतावास की दूसरी सचिव बनीं। इससे पहले वे विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान डेस्क पर काम करती थीं।
ईनम हिंदी और अंग्रेजी के अलावा स्पैनिश भाषा की भी अच्छी समझ रखती हैं। भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर भी उनकी अच्छी समझ है।