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'ओमिक्रोन' को लेकर डब्ल्यूएचओ ने जताई चिंता, 2 हफ्तों में 38 देशों तक फैला कोरोना का नया वेरिएंट, अब तक मौत की पुष्टि नहीं

दक्षिण अफ्रीका में मिला कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन अब धीरे-धीरे दुनिया के दूसरे देशों में भी...
'ओमिक्रोन' को लेकर डब्ल्यूएचओ ने जताई चिंता, 2 हफ्तों में 38 देशों तक फैला कोरोना का नया वेरिएंट, अब तक मौत की पुष्टि नहीं

दक्षिण अफ्रीका में मिला कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन अब धीरे-धीरे दुनिया के दूसरे देशों में भी तेजी से फैल रहा है। शुक्रवार के विश्व संवास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि कोविड-19 का नया संस्करण अब तक कुल 38 देशों में अपने पैर पसार चुका है। हालांकि अच्छी बात यह है कि अब तक इससे किसी की मौत की सूचना नहीं मिली है। संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों में भी इस वेरिएंट के कुछ मामले सामने आए हैं।

-भारत में अब तक ओमिक्रॉन के दो मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इस बीच दिल्ली स्थित आईजीआई एयरपोर्ट से 12 संदिग्ध ओमिक्रॉन मरीजों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन 12 लोगों में से 4 की आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जबकि 4 मरीजों में कोरोना के लक्षण देखे गए हैं, उनकी रिपोर्ट का इंतजार है। सभी 12 लोगों के सैंपल की जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है।

-रायटर के अनुसार सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि कनाडा ने कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के 15 मामलों की पुष्टि की है और देशभर में गंभीर बीमारी के रुझान फिर से बढ़ सकते हैं।

-वहीं अमेरिका में भी इस वेरिएंट के दो मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को बताया कि सिडनी में तीन छात्र इस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं।

-नॉर्वे में पिछले हफ्ते ओस्लो में एक कार्यालय में क्रिसमस पार्टी के बाद कम से कम 13 लोगों में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन मिला है।

-मलेशिया में भी 19 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से आने वाले एक विदेशी छात्र में ओमिक्रोन वेरिएंट मिलने की जानकारी मिली है।

-श्रीलंका में भी इस प्रकार का एक नया मामला सामने आए हैं। यह व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका से लौटा था।

ओमिक्रोन से संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि यह निर्धारित करने में हफ्तों लग जाएंगे कि वेरिएंट कितना संक्रामक है। क्या यह ज्यादा गंभीर बीमारी का कारण बना सकता है इसके खिलाफ कितने प्रभावी उपचार और टीके हैं। डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यह नया वेरिएंट आने वाले कुछ महीनों में यूरोप के आधे से ज्यादा कोरोना के मामलों का कारण बन सकता है।

 

 

 

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