गीतकार जावेद अख्तर ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा था कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) का समर्थन करने वाले लोगों की मानसिकता भी तालिबान जैसी है। आगे जावेद अख्तर ने कहा था कि जो लोग संघ का समर्थन करते हैं, उन्हें खुद की जांच करानी चाहिए। अब इस पर बवाल मच गया है। रविवार को भाजपा समर्थकों ने मुंबई स्थित उनके घर के सामने विरोध प्रदर्शन किया। कुछ कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला भी फूंका।
वहीं, भाजपा विधायक राम कदम ने कहा कि जावेद अख्तर की किसी भी फिल्म की भारत में तब तक स्क्रीनिंग नहीं होने देंगे, जब तक कि वह हाथ जोड़कर माफी नहीं मांग लेते। राम कदम ने कहा कि जावेद अख्तर का बयान न सिर्फ शर्मनाक है, बल्कि संघ और विश्व हिन्दू परिषद के करोड़ों समर्थकों और उस विचारधारा को मानने वाले करोड़ों लोगों के लिए पीड़ादायक और अपमानजनक है। जावेद अख्तर ने इससे पहले कहा था कि जैसे तालिबान इस्लामिक स्टेट चाहता है, वैसे ही कुछ लोग हिंदू राष्ट्र चाहते हैं।
दरअसल, अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान काबिज हो चुका है। अफगानिस्तान की हालत लगातार भयावह है। यहां रह रहे लोगों में भय है। महिलाओं बच्चों को लेकर सबसे अधिक चिंताएं हैं।
इंटरव्यू के दौरान जावेद अख्तर ने आगे कहा था कि जिस संगठन का आप समर्थन कर रहे हैं, उसमें और तालिबान में कोई फर्क नहीं है। वे टारगेट की तरफ बढ़ते जा रहे हैं और उनकी जमीन भी मजबूत होती जा रही है।