उच्च सुरक्षा वाले रायसीना हिल्स के राजपथ से बुधवार को जिस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला गुजरने वाला था ठीक उसी समय एक 20 वर्षीय महिला ने सुरक्षा घेरा तोड़कर काफिले के रास्ते पर एक गमला फेंक दिया। घटना बुधवार देपहर करीब दो बजकर दस मिनट पर हुई। पीएम मोदी का काफिला साउथ ब्लॉक से निकलने ही वाला था, तभी यह घटना हुई और सुरक्षा कार्य में लगे सभी अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए।
महिला की पहचान उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद निवासी नीना रावल के रूप में हुई है। पहले उसे हिरासत में लेकर संसद मार्ग थाने में पूछताछ की गई फिर उसे मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) जतिन नरवाल ने बताया कि महिला उस भीड़ का हिस्सा थी, जिसे विजय पथ पर एक ओर फुटपाथ पर खड़े होने को कहा गया था। ताकि प्रधानमंत्री के काफिले के लिए रास्ता बनाया जा सके। जब पुलिस ने उसे और किनारे हटने के लिए कहा तो वह गुस्सा हो गई। उन्होंने बताया कि महिला की सुरक्षा बलों से कहासुनी हुई और उसने तीन अवरोधक को गिरा दिए। जबतक पुलिस उसे रोकती वह दौड़ते हुए रायसीना हिल्स की ओर गई और सड़क पर एक गमला फेंक दिया। उस वक्त प्रधानमंत्री के काफिले को आने में एक मिनट से भी कम समय बचा था। नीना को तुरंत वहां से ले जाया गया और पूछताछ की गई।
पूछताछ के दौरान नीना ने बताया कि उसके मूल निवास स्थान पर कुछ बदमाशों ने उसके मार्क्सशीट फाड़ दिए थे और उसे प्रताडि़त किया था। उसने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने कथित रूप से कोई कार्रवाई नहीं की। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, नीना ने दावा किया कि वह यहां न्याय पाने के लिए आई थी। लेकिन जब उससे पूछा गया कि क्या वह जानती थी कि रास्ते से किसका काफिला गुजरने वाला था, तो इसपर उसने अनभिज्ञता जताई। अधिकारी ने बताया, आज सुबह दिल्ली पहुंचने के लिए उसने गाजियाबाद से मेट्रो लिया था। यहां आने का कारण पूछने पर वह स्पष्ट उत्तर नहीं दे सकी। नरवाल ने कहा, हम मामले की जांच कर रहे हैं। महिला का बयान दर्ज कर लिया गया है और उसे मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है।