येचुरी ने ट्वीट किया, मेटो शहरों में मात्रा 20 से 25 प्रतिशत नकदी की मांग पूरी की जा रही है। ग्रामीण इलाकों में हालात और भी खराब है जबकि तुगलक अपने फरमान के बाद लापता हो गया है। येचूरी ने मीडिया रिपोर्पोटरों के आधार पर आठ नवंबर के निर्णय में खामियां बताई। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि 30 करोड़ रूपे कार्ड धारकों में से 29 करोड़ ने स्वाइप मशीन में कभी अपने कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया।
माक्र्सवादी नेता ने दो तरीकों से छपे 500 रपए के नोटों की रिपोर्ट सामने आने का जिक्र करते हुए भी मोदी पर निशाना साधा और कहा कि यह फर्जी नोटों का चलन रोकने का प्रधानमंत्राी का तरीका है। प्रधानमंत्री ने आठ नंवबर को यह घोषणा की थी कि आधी रात से 1000 एवं 500 के नोट चलन से बाहर हो जाएंगे।