ओम के बिना योग पूरा नहीं है—यह बात केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद वाई. नाइक ने आज योग दिवस की तैयारियों के लिए बुलाई गई बैठक में कहा। यह उन्होंने एक सवाल के जवाब में स्पष्ट किया कि ओम को लेकर जो विवाद चल रहा था, जो लोग इसका विरोध कर रहे थे, वे अब शांत हो गए हैं और इसे लेकर अब कोई विवाद नहीं है। मंत्री ने यह भी कहा कि ओम के बिना योग में वह गहराई और शांति नहीं रह जाती है, यह किसी भी दूसरे तरह का व्यायाम हो जाता है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस साल 21 जून को बनने वाले योग दिवस पर कोई रिकॉर्ड बनाने की तैयारी नहीं है। योग को लेकर विश्व रिकॉर्ड पिछले साल बनाए जा चुके हैं। इस साल केंद्रीय कार्यक्रम चंढ़ीगढ़ में होगा और इस बार रामदेव की पतांजलि के अलावा बह्रमकुमारी, रविशंकर का आर्ट ऑफ लीविंग आदि संस्था बड़े पैमाने पर शामिल होंगे। इस बार योग की ड्रेस और मैट के लिए घरेलू निर्माताओं को जेर दिया गया है। फैब इंडिया और खादी इस मामले में साथ काम कर रहे हैं।
इस साल योग दिवस के आयोजन के बजट के बारे में पूछे जाने पर आयुष मंत्री ने बताया कि एक केंद्रीय बजट नहीं है। तमाम मंत्रालय और संगठन मिलकर काम कर रहे हैं। मंत्रालय की तरफ से करीब 15 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उधर आयुष मंत्रालय के तहत काम करने वाले सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन योग एंड नेचुरलॉपैथी संस्था के निदेशक डॉ. इश्वर एन. आचार्य ने आउटलुक को बताया कि संस्था देश भर में अलग-अलग संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है। देश के 650 जिलों में 400 संगठनों को एक-एक लाख रुपये दिया गया है ताकि वह स्थानीय स्तर पर काम करें। साथ ही 12 बड़े शहरों में 12 संस्थाओं को 12 लाख रुपये दिए हैं, ताकि योग दिवस पर बड़े पैमाने पर आयोजन हों।