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भारत की सीमाएं पहले से ज्यादा सुरक्षित! बीएसएफ का प्रस्ताव, "सांबा सेक्टर की पोस्ट का नाम ‘सिंदूर’ रखा जाए"

बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) ने जम्मू-कश्मीर के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित सांबा सेक्टर में अपनी एक...
भारत की सीमाएं पहले से ज्यादा सुरक्षित! बीएसएफ का प्रस्ताव,

बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) ने जम्मू-कश्मीर के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित सांबा सेक्टर में अपनी एक अग्रिम चौकी का नाम ‘सिंदूर’ रखने का प्रस्ताव दिया है। यह प्रस्ताव उस सफल ऑपरेशन के बाद आया है, जिसमें सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की एक बड़ी घुसपैठ की साजिश को नाकाम कर दिया।

जानकारी के मुताबिक, बीएसएफ ने 21-22 मई की रात को एक विशेष ऑपरेशन चलाकर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक सुरंग का पता लगाया था, जिसका इस्तेमाल आतंकी घुसपैठ के लिए करना चाहते थे। इस सुरंग को ध्वस्त कर दिया गया और ऑपरेशन को ‘सिंदूर’ नाम दिया गया।

बीएसएफ अधिकारियों का मानना है कि यह ऑपरेशन न सिर्फ आतंकवाद को रोकने में मील का पत्थर साबित हुआ है, बल्कि इसने दुश्मन के मंसूबों को भी करारा जवाब दिया है। इसी सफलता को यादगार बनाने के लिए बीएसएफ ने उस पोस्ट का नाम ‘सिंदूर पोस्ट’ रखने का प्रस्ताव दिया है, जहां से यह ऑपरेशन संचालित हुआ था।

इस ऑपरेशन में बीएसएफ के जवानों ने तकनीकी उपकरणों और रणनीतिक कौशल का बेहतरीन उपयोग करते हुए सुरंग को खोज निकाला और उसे ध्वस्त कर दिया। बीएसएफ का कहना है कि इस तरह के प्रयासों से भारत की सीमाएं पहले से अधिक सुरक्षित होंगी।

बीएसएफ राजस्थान फ्रंटियर के इंस्पेक्टर जनरल एम.एल. गर्ग ने बताया कि जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर जिलों में पाकिस्तान की ओर से किए गए 413 ड्रोन हमलों को भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने हवा में ही निष्क्रिय कर दिया।  

गर्ग ने बताया कि बीएसएफ ने हाल ही में पश्चिमी सीमा पर चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की सेना ने राजस्थान के संवेदनशील ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें फलौदी एयरबेस भी शामिल है, लेकिन भारतीय सुरक्षाबलों ने बिल्कुल सही समय और स्थान पर जवाबी कार्रवाई कर उनकी साजिश नाकाम कर दी।

उन्होंने कहा, “पाकिस्तान की ओर से जो मिसाइल और ड्रोन भेजे गए, वे खाली नहीं थे, लेकिन एक भी भारतीय जमीन को नहीं छू सका। हमारी एंटी-मिसाइल तकनीक और एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया।”

जो कुछ भी जमीन पर गिरा, वह सिर्फ ड्रोन का मलबा या मिसाइल के खाली खोल थे। उन्होंने बताया कि कुछ घरों की दीवारों को मामूली नुकसान जरूर पहुंचा है, लेकिन एक भी नागरिक हताहत नहीं हुआ, जो कि राहत की बात है।

एम.एल. गर्ग ने कहा कि आधुनिक संसाधनों से की गई पूर्व तैयारी के कारण ही बड़ा नुकसान टल गया। बीएसएफ अब सांबा सेक्टर की उस पोस्ट का नाम ‘सिंदूर पोस्ट’ रखने का प्रस्ताव दे चुकी है, जहां से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था।

इस घटनाक्रम के बाद बीएसएफ और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और तकनीकी दक्षता की एक बार फिर सराहना हो रही है।

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