भारत की कूटनीतिक पहल को बड़ी सफलता मिली है। कोलंबिया ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान में हुई मौतों पर शोक व्यक्त करने वाला अपना पूर्व बयान वापस ले लिया है और भारत के रुख के प्रति समर्थन जताया है। यह कदम कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में अमेरिका दौरे पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की आपत्ति के बाद उठाया गया।
थरूर ने बोगोटा में कोलंबिया की उप विदेश मंत्री रोसा योलांडा विलाविसेंसियो से मुलाकात के बाद बताया कि कोलंबिया सरकार ने विवादित बयान वापस ले लिया है और भारत की स्थिति को पूरी तरह समझा है। उन्होंने कहा, "उप मंत्री ने हमें आश्वस्त किया कि उन्होंने वह बयान वापस ले लिया है जिससे हमें आपत्ति थी, और अब वे हमारी स्थिति को पूरी तरह समझते हैं।"
इससे पहले, कोलंबिया ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया था, जबकि भारत ने यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 नागरिकों की हत्या के जवाब में की थी। थरूर ने कोलंबिया की प्रतिक्रिया पर निराशा जताते हुए कहा था कि आतंकवादियों और आत्मरक्षा करने वालों के बीच कोई समानता नहीं हो सकती।
भाजपा सांसद शशांक मणि ने भी कहा कि कोलंबिया, जो कभी आतंकवाद से प्रभावित था, अब भारत की स्थिति को अच्छी तरह समझता है। उन्होंने कहा, "हम शांति का संदेश लेकर आए हैं और हर आतंकी हमले का उचित जवाब देंगे।"
यह घटनाक्रम भारत की वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को मजबूती से प्रस्तुत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।