इंडिगो की उड़ान 6E-6764, जो गुवाहाटी से चेन्नई जा रही थी, को शुक्रवार, 20 जून 2025 को कम ईंधन के कारण बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (KIA) पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी। इस उड़ान में 168 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। पायलट ने हवा में "मेडे" (Mayday) सिग्नल भेजा, जो गंभीर आपात स्थिति का संकेत है। सौभाग्य से, विमान सुरक्षित रूप से उतर गया और सभी यात्री सकुशल बाहर निकल गए।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, विमान ने चेन्नई में उतरने की कोशिश की, लेकिन खराब मौसम और कम ईंधन के कारण "गो-अराउंड" करना पड़ा। इसके बाद, हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) के निर्देश पर उड़ान को बेंगलुरु डायवर्ट किया गया। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है और पायलटों को रोस्टर से हटा दिया गया है। जांच में ईंधन नियोजन और ATC की प्रतिक्रिया की समीक्षा की जा रही है।
यह घटना हाल ही में अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया की उड़ान AI-171 के हादसे के ठीक एक सप्ताह बाद हुई है, जिसमें 241 लोगों की मौत हो गई थी। उस हादसे के बाद DGCA ने बोइंग 787 विमानों की गहन जांच के आदेश दिए थे। इंडिगो की इस उड़ान में प्रयुक्त विमान एयरबस A321 नियो था।
इंडिगो ने एक बयान में कहा, "हमारी उड़ान 6E-6764 को तकनीकी कारणों से बेंगलुरु डायवर्ट किया गया और यह सुरक्षित रूप से उतर गया। हम यात्रियों की असुविधा के लिए खेद प्रकट करते हैं और उनकी सहायता के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।"
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कई यूजर्स ने इस घटना को गंभीर बताया और भारतीय विमानन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए। कुछ ने इसे अहमदाबाद हादसे से जोड़कर देखा, जबकि अन्य ने DGCA की त्वरित कार्रवाई की सराहना की।