प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) ने कहा है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के दूसरे कार्यकाल की तुलना में नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार के पहले कार्यकाल में जिलों के बीच असमानता तेजी से घटी।
ईएसी-पीएम ने दोनों सरकारों के दौरान संसदीय क्षेत्रों के आर्थिक प्रदर्शन के तुलनात्मक अध्ययन में यह नतीजा निकाला है। इसमें प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के पहले कार्यकाल और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली संप्रग सरकार के दूसरे कार्यकाल के बीच तुलना की गई है।
इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि संप्रग-2 के कालखंड की तुलना में राजग-1 के दौरान संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में निर्माण वाले क्षेत्र की औसत वृद्धि दर करीब 18 प्रतिशत अधिक थी। निर्माण किए गए क्षेत्र का आकलन उच्च क्षमता वाली उपग्रह तस्वीरों के आधार पर किया गया है।
इसके मुताबिक, ‘‘मोदी सरकार के कार्यकाल में जिलों के बीच असमानता में तेजी से गिरावट आई। इसकी वजह यह है कि संप्रग-2 और संप्रग-1 शासन की तुलना में सबसे कम विकसित हिस्सों में राजग-1 में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई।’’
ईएसी-पीएम ने कहा, ‘‘हमने पाया कि संप्रग-2 की तुलना में राजग सरकार के दौरान संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में निर्मित सतह की औसत वृद्धि दर करीब 18 प्रतिशत अधिक थी।’’
इसके अनुसार, संप्रग-2 सरकार के मुकाबले राजग शासन के समय कम-विकसित क्षेत्रों में निर्माण की वृद्धि दर बहुत अधिक है। संप्रग के 2004 से 2014 तक के दोनों कार्यकालों की तुलना में मोदी के कार्यकाल में जिलों में औसतन तीव्र वृद्धि हुई है।