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छठे दिन भी लापता एएन-32 विमान का कोई सुराग नहीं, खराब मौसम में भी जारी खोज अभियान

सोमवार को असम के जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरने के बाद लापता हुए भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के एएन-32 विमान का...
छठे दिन भी लापता एएन-32 विमान का कोई सुराग नहीं, खराब मौसम में भी जारी खोज अभियान

सोमवार को असम के जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरने के बाद लापता हुए भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के एएन-32 विमान का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। इस विमान को लापता हुए छह दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक इस विमान को लापता होने से संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली है। खराब मौसम के बीच भी खोज अभियान लगातार जारी है। इस विमान में 8 क्रू मेंबर समेत 13 लोग सवार थे।

विमान का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है

वायु सेना के प्रवक्ता विंग कमांडर रत्नाकर सिंह ने बताया कि खराब मौसम के बावजूद वायु सेना, थल सेना और स्थानीय प्रशासनों का संयुक्त खोज अभियान जारी रहा। सिंह ने शुक्रवार को कहा, ‘भारतीय सेना और स्थानीय लोगों की जमीनी टुकड़ियां और सी130जे के अलावा हेलीकॉप्टरों, भारतीय नौसेना के पी8आई द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन विमान का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।' पिछले दिनों वायुसेना ने ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कुछ रिपोर्ट्स में क्रैश साइट को लेकर आशंका जताई गई थी, लेकिन अब तक किसी तरह का मलबा नहीं मिला।

जारी है तलाश अभियान

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्थानीय और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ भारतीय सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की टीमें सियांग जिले के आसपास के इलाकों की तलाश कर रही हैं। खोज अभियान में लगभग 2,500 वर्ग किमी का क्षेत्र शामिल है, जो सियांग जिले के कायींग और पायुम क्षेत्र के अंतर्गत आता है। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने गुरुवार को विमान के लिए खोज अभियान तेज करने की खातिर सियांग, पश्चिम सियांग, निचली सियांग और शि-योमी के जिला प्रशासन से बात की।

मेचुका एयर फील्ड के ऊपर से लापता हुआ था विमान

विमान अरुणाचल प्रदेश के मेचुका एयर फील्ड के ऊपर से लापता हुआ था। यह क्षेत्र चीन सीमा के काफी करीब है। भारतीय वायुसेना ने फिलहाल विमान की खोज के लिए एक सुखोई-30, सी-130 स्पेशल ऑप्स एयरक्राफ्ट, एएन-32, दो एमआई-17 हेलिकॉप्टर और सेना के दो एएलएच हेलिकॉप्टर लगाए हैं।

राजनाथ सिंह ने सर्च ऑपरेशन के बारे में ली जानकारी

विमान के लापता होने की खबर मिलने के बाद ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना के उप प्रमुख से बात कर सर्च ऑपरेशन के बारे में जानकारी ली। उन्होंने ट्वीट किया, 'कुछ घंटों से लापता IAF के AN-32 एयरक्राफ्ट के बारे में एयर फोर्स के वाइस चीफ एयर मार्शल राकेश सिंह भदौरिया से बात की है। उन्होंने लापता विमान का पता लगाने के लिए इंडियन एयर फोर्स की तरफ से उठाए गए कदमों की जानकारी दी। मैं विमान में सवार सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।'

1980 में शामिल हुआ था एएन-32 विमान

सोवियत एरा का यह एयरक्राफ्ट 1980 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। इसे लगातार अपडेट किया गया। हालांकि लापता प्लेन एएन-32 इन अपग्रेडेड एयरक्राफ्ट का हिस्सा नहीं है।

2016 में भी लापता हुआ था विमान

तीन साल पहले 22 जुलाई 2016 को भारतीय वायुसेना का एयरक्राफ्ट एएन-32 लापता हो गया था। इसमें 29 लोग सवार थे। एयरक्राफ्ट चेन्नई से पोर्ट-ब्लेयर की ओर जा रहा था। बंगाल की खाड़ी के बाद इसका संपर्क टूट गया।

इसलिए खास है ये विमान

रूस में निर्मित एएन-32 गर्मी और कठिन स्थितियों में अपनी बेहतरीन उड़ान भरने की क्षमता और सैन्य परिवहन के रूप में उपयोग होने वाले विमान के रूप में जाना जाता है। दो इंजन वाले इस विमान का इस्तेमाल मुख्य रूप से माल परिवहन, स्काइड्राइवर, पैराट्रुारों सहित यात्रियों को लाने ले जाने और युद्ध में भी किया जाता है।

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