शिवसेना सांसद रवीन्द्र गायकवाड और तृणमूल कांग्रेस की सांसद डोला सेन जैसे वीआईपी यात्रियों के हंगामे से तंग आकर एयर इंडिया ने प्रस्ताव तैयार किया है। उसके मुताबिक अगर किसी यात्री के हंगामे की वजह से उड़ान भरने में एक घंटे की देरी होती है तो उससे पांच लाख का रुपये का जुर्माना वसूला जा सकता है।
एक उपद्रव की वजह से दो घंटे की देरी होती है तो दस लाख और अगर दो घंटे से ज्यादा की देरी हो तो 15 लाख रुपये तक जुर्माना वसूला जा सकेगा। हालांकि जुर्माने के बारे में अंतिम फैसला व्यवसायिक निदेशक करेंगे।
कोई यात्री अगर उपद्रव करता है तो इसकी जानकारी एयरपोर्ट मैनेजर और एअर इंडिया के संबंधित अधिकारियों को तत्काल दी जाएगी और एफआईआर दर्ज कराया जाएगा।
प्रस्ताव में कहा गया है कि एअर इंडिया का कोई भी कर्मचारी मीडिया से सीधे बातचीत नहीं करेगा। उपद्रवी यात्रियों से निपटने के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
एयर इंडिय़ा के प्रस्ताव में कहा गया है कि हाल में जैसी घटनाएं हुईं है उससे कंपनी को निगेटिव पब्लिसीटी मिलती है और कर्मचारियों के मनोबल पर असर पडता है। इसलिए इस प्रस्ताव को लागू करने की तैयारी चल रही है और इस बारे में कानूनी सलाह ली जा रही है।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    