समर्थकों ने पुलिस स्टेशन के आसपास कई गाड़ियां तोड़ीं और पुलिस स्टेशन पर पथराव किया। इसमें सात पुलिसवाले घायल हो गए हैं। साथ ही इसमें कई आसाराम समर्थक भी घायल हुए हैं। अभी पिछली 13 मई को ही आसाराम ने कोर्ट में सुनवाई के बाद अदालत कक्ष से बाहर आते हुए कहा था कि देश का कानून ‘अंधा’ है। उन्होंने आरोप लगाया था कि यहां किसाी को भी जेल में ठूंस दिया जाता है। एक लड़की के बयान को तरजीह दी जा रही है। उसकी वजह से लाखों लोगों को परेशान किया जा रहा है। आसाराम ने दावा किया कि वह दर्जनों बीमारियों से पीड़ित हैं और इसके लिए उन्हें विशेष चिकित्सा की जरूरत है। आरोपी आसाराम ने कहा कि वह काफी बीमार हैं। उनकी उम्र का ख्याल रखना चाहिए। और उन्हें रिहा कर देना चाहिए।
आसाराम के छिंदवाड़ा स्थित गुरुकुल की एक नाबालिग लड़की ने उन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जोधपुर के नजदीक अपने आश्रम में उसका यौन उत्पीड़न किया। लड़की की शिकायत के बाद जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को आसाराम को गिरफ्तार किया और तब से वह जेल में हैं।
पहले अासाराम ने बताया कानून को अंधा, अब समर्थकों का हंगामा, चाहते हैं रिहाई
करीब दो तीन दिन पहले आसाराम ने देश के कानून को अंधा बताया था। अब उनके अंध भक्त समर्थकों ने दिल्ली के पार्लियामेंट पुलिस स्टेशन पर अपने बापू की रिहाई की मांग करते हुए जमकर बवाल काटा। आसाराम करीब ढाई साल से नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़ के मामले में जोधपुर की जेल में बंद हैं।

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