जेएनयू के कुलपति को दिए गए नोटिस में जिन छात्राेेंं के नाम हैं, उनमें आइसा की नेता शहला राशिद और भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी. राजा की बेटी अपराजिता राजा के नाम शामिल हैं। नोटिस में कहा गया है, जांच के मकसद से इस मामले में कुछ छात्राेें से पूछताछ की जानी है।
इन छात्राेें को जेएनयू के प्रशासनिक ब्लाॅक में मौजूद रहने के निर्देश दिए जाएं। पुलिस का कहना है कि यह नियमित जांच का हिस्सा है। जेएनयू छात्रसंघ ने इस नोटिस की निंदा करते हुए इसे विश्वविद्यालय को बर्बाद करने का आपराधिक एजेंडा बताया है।
मामले की जांच कर रही विशेष शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे सिर्फ गवाहों से पूछताछ करना चाहते हैं ताकि किसी भी पक्ष को यह ना लगे कि उन्हें सुना नहीं गया। नोटिस में 27, 28 और 29 अप्रैल की तारीख दी गई हैं। हालांकि, नोटिस में नामजद छात्रा आज जांच में शामिल नहीं हुए।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में आरोप-पत्र तक दायर नहीं किया है, और गवाहों से पूछताछ कर रही है। एेसी संभावना है कि प्राथमिकी में दर्ज जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के अलावा आठ और लोगों को आरोप-पत्र में नामजद किया जा सकता है।
- भाषा