मीडिया के अनुसार मध्यप्रदेश में एक अभ्यास कार्यक्रम के दौरान वीवीपीएटी से केवल भाजपा के निशान वाली पर्चियां ही निकल रही थीं।
गौर हो कि भिंड में अगले सप्ताह उपचुनाव होना है और यहां ईवीएम और मतदान पूर्व अभ्यास किया जा रहा था। तब इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ।
चुनाव आयोग ने कहा कि विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। जल्द ही इस संबंध में हम जवाब देंगे।
उल्लेखनीय है कि वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रायल (वीवीपीएटी) एक ऐसी मशीन होती है जिससे निकली पर्ची यह दिखाती है कि मतदाता ने किस पार्टी को वोट दिया है।
मतदाता कुछ देर तक ही इस पर्ची को देख सकता है इसके बाद यह एक डिब्बे में गिर जाती है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अभ्यास के दौरान चाहे जो भी बटन दबाया गया उससे निकली सारी पर्चियां यह दिखा रही थीं कि वोट भाजपा को गया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि मध्य प्रदेश की मुख्य चुनाव अधिकारी सलीना सिंह ने मीडिया को समाचार पत्रों में यह खबर नहीं देने के लिए धमकाया। सिंह ने कहा कि आप खबर प्रकाशित किए तो उन्हें पुलिस थाने में हिरासत में रखा जाएगा।
मशीन में कथित गड़बड़ी वाले इस खबर पर कांग्रेस सक्रिय हो गई है। कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल इस मामले पर चुनाव आयोग से मुलाकात करेगा।