रिबेरियाेे के अनुसार पूरी दुनिया में इस समय मुस्लिम युवाओं को आतंक की ओर बरगलाया जा रहा है। आईएसआईएस और इंडियन मुजाहिदीन इस कार्य को बड़ी तेजी से अंजाम दे रहेे हैंं। 2002 के गुजरात दंगे, दादरी में अखलाक की मौत और गौ रक्षक आदि ऐसे मसले हैं, जो मुस्लिम युवाओं को आतंक की ओर बहकाने में प्रभावी हो सकते हैं। मोदी कैबिनेट के मंत्री गिरीराज सिंह तथा अन्य हिंदुत्व नेताओं के गैर जिम्मेदाराना बयान आतंकवाद की आग में घी का काम कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी सोसायटी को अब मुस्लिमों को अधिक से अधिक दोस्त बनाने की कोशिश करनी चाहिए। पुलिस और प्रशासन को भी मुस्लिम युवाओं को देश का सामान्य नागरिक मानना शुरु कर देना चाहिए। मुस्लिमों को देश की मुख्यधारा में लाने के लिए सभी वर्गों का सहयोग आवश्यक है। मौलवी, एनजीओ तथा मुस्लिम विद़वान भी इस पर सहयोग दें तभी शांति और सद़भाव कायम हो सकेगा।