जेएनयू सेंटर फोर हिस्टोरिकल स्टडीज के एमफिल के छात्र मुथु कृष्णन :28: ने सोमवार को अपने दोस्त के यहां छत के फंखे से फांसी लगा ली थी।
अंत्य परीक्षण के लिए गठित पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट में कहा है कि मौत फांसी लगने की वजह से हुई, उसके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है।
एम्स के फोरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता ने पीटीआई भाषा से कहा, मौत सांस अवरूद्ध होने की वजह से हुई। उसके शरीर के किसी भी हिस्से पर चोट का कोई निशान नहीं है।
उन्होंने कहा, मृतक के चेहरे पर लार बहने के निशान हैं जो फांसी लगाने का पक्का निशान है। विसरा रासायनिक विश्लेषण के लिए सुरक्षित रख लिया गया है।
उन्होंने कहा कि इस जेएनयू शोधछात्रा के शव पर विशेष लेप लगाया गया। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की गयी।
इस बीच पुलिस ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार रोकथाम अधिनियम के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
कृष्णन के पिता ने यह कहते हुए इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी कि उनका बेटा आत्महत्या कर ही नहीं सकता। भाषा