इससे पहले कुमार को 14 मई को समन जारी किया गया था। एसीबी ने कपिल मिश्रा के आरोपों और सबूतों के आधार पर ये पूछताछ की।
कपिल मिश्रा ने टैंकर घोटाले को लेकर पिछले दिनों उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की थी। उन्होंने केजरीवाल पर 2 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाने के साथ ही उनके राजनीतिक सलाहकार आशीष तलवार व निजी सचिव विभव पटेल पर टैंकर घोटाले की फाइल दबाकर पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को बचाने का आरोप भी लगाया था।
वाटर टैंकर घोटाले में आरोप है कि 2012 में दिल्ली जल बोर्ड ने 385 स्टील के टैंकर किराए पर लिए थे। उस समय शीला दीक्षित मुख्यमंत्री के साथ ही दिल्ली जल बोर्ड की अध्यक्ष भी थीं। आरोप है कि जो टैंकर लिए गए थे, उसमें करीब 400 करोड़ का घोटाला हुआ था। टैंकर घोटाला मामला साल 2009 से लेकर 2015 के बीच का है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद घोटाले की जांच का मसला उठा।