घटना के बाद, रिपब्लिकन पार्टी आॅफ इंडिया :आरपीआई: के कुछ सदस्यों ने उन पुलिस कर्मियाें के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नेरूल पुलिस थाने तक एक मोर्चा निकाला, जिन्होंने लड़की के भाइयों द्वारा लड़के का अपहरण किए जाने की प्रारंभिक रिपोर्ट दर्ज करने से कथित तौर पर इंकार कर दिया था। इस सिलसिले में नवी मुंबई पुलिस ने नेरूल थाने के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया। लड़के की पहचान ठाणे जिले में नवी मुंबई के नेरूल इलाके में धारावे गांव निवासी स्वप्निल सोनवणे के रूप में की गयी है, जो स्कूल में उसके साथ पढने वाली सवर्ण लड़की से प्रेम करता था। लड़की के माता-पिता इस रिश्ते के खिलाफ थे।
पुलिस ने बताया कि लड़की के परिवार के सदस्यों सहित करीब 20-25 लोगों के एक समूह ने धारावे गांव में मंगलवार रात लोहे की छड़ से लड़के की बुरी तरह पिटाई की। उन्होंने बताया कि बाद में लड़के को एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद, पुलिस ने लड़की के भाइयों, उनके दोस्तो, पिता और मां को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या, अपहरण, दंगा और आपराधिक धमकी के संबंध में भारतीय दंड संहिता और एससी एवं एसटी :अत्याचार निवारण अधिनियम: की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। नेरूल के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक आदिकराव पोल ने बताया कि गिरफ्तार किये गये लोगों को कल वाशी अदालत में पेश किया गया और उन्हें 25 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि लड़की को भी हिरासत में लिया गया है और उसे भिवंडी रिमांड होम ले जाया गया है। भाषा एजेंसी