कर्नाटक के उडुपी से आयकर अधिकारियों ने 2000 रुपये के नोट वाली 71 लाख रुपये की राशि जब्त की। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा ओडिशा के संबलपुर में भी 14 करोड़ 2 लाख 91 हजार रुपये के पुराने और 85 लाख 62 हजार रुपये के नए नोटों के साथ 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उडुपी के पुलिस अधीक्षक के टी बालकष्ण के अनुसार बैलूर गांव में तीन व्यक्तियों के पास से बगैर किसी वैध दस्तावेज के दो हजार रुपये के नोट वाली 71 लाख रुपये की राशि जब्त की गयी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने खुफिया सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये तीनों व्यक्तियों को पूछताछ के लिए मेंगलूर के आयकर अधिकारियों को सौंप दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि पुलिस ने पिछली एक दिसंबर को एक कार रोकी थी। कार में एक बैग था, जिससे दो हजार रुपये के नोट वाली 71 लाख रपये की नकदी बरामद की गयी। नकदी के साथ पकड़े गये व्यक्तियों की पहचान इमरान हाशमी, आसिफ उमर और चालक दीपक शेट्ठी के रूप में हुयी है। पुलिस ने बताया कि आरोपी नकदी के लिए वैध दस्तावेज दिखाने अथवा इसका ब्यौरा नहीं बता पाये। संदेह के बाद उन्हें पूछताछ के लिए आयकर विभाग को सौंप दिया गया है। जांच अधिकारियों ने बताया कि यह लोग कारोबारी भुगतान के लिए मेंगलौर से कुद्रेमुख जा रहे थे।
गौरतलब हैै नोटबंदी के बाद कई लोग अपना कालाधन सफेद करने में जुटे हैं। आयकर विभाग ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रखे हुए है। इधर आयकर विभाग 2000 और 500 के नए नोटों को अवैध ढंग से रखने के मामले में भी सावधान है। इस अभियान में उसने देशभर में कई जगह छापा मारा है। करीब 50 अधिकारियों ने देशव्यापी अभियान के तहत बेंगलुरु, चेन्नई और इरोड़ (तमिलनाडु) के कई ठिकानों में छापेमारी की है। विभाग ने बताया कि इस छापेमारी में पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की नई नकदी पकड़ी गयी है।