रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एस.एस. मूंदड़ा ने रिजर्व बैंक की एक टीम द्वारा हाल में 4,000 एटीएम के सर्वे का हवाला देते हुये कार्रवाई की बात कही है। टीम ने पाया कि एक तिहाई एटीएम काम करने की स्थिति में नहीं थे। विभिन्न बैंकों के ये एटीएम देश के विभिन्न हिस्सों में पाये गये। मूंदड़ा ने एक बैंकिंग कार्यक्रम में कहा कि, ‘सर्वेक्षण के परिणाम संतोषजनक नहीं थे। एक तिहाई एटीएम सर्वे के समय काम करने की स्थिति में नहीं पाये गये।’
रिजर्व बैंक की टीम द्वारा किये गये सर्वेक्षण में और भी कई खामियां पाई गई। इनमें प्रदर्शित की जाने वाली सामग्री, दिब्यांगों के लिये सुविधायें तथा ऐसे ही कई अन्य नियामकीय निर्देशों का भी उल्लंघन पाया गया। डिप्टी गवर्नर ने कहा कि जो भी खामियां पाई गई, ‘हम उनके बारे में जरूरी निरीक्षण कारवाई कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि सरकार और रिजर्व बैंक ने वित्तीय समावेष को अपने शीर्ष कार्य एजेंडे में शामिल किया है और इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिये एटीएम एक अहम हिस्सा है। इसके बावजूद यह पाया गया है कि बैंक इस मामले में नियामक द्वारा सुझाये गये अनुपालन स्तर को बरकरार नहीं रख रहे हैं।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार इस साल फरवरी में सार्वजनिक क्षेत्र और उनके नेतृत्व वाले 56 वाणिज्यिक बैंकों के 1,00,671 एटीएम बैंक शाखा के साथ और 96,656 एटीएम शाखा से अलग स्थित हैं।