सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला उन छात्रों की याचिका पर आया जिन्होंने परीक्षा की अनियमितताओं का आरोप लगाया था। इस साल करीब छह लाख छात्र इस परीक्षा में बैठे थे। यह मामला तब गरमाया जब परीक्षा के ठीक एक दिन पहले हरियाणा के रोहतक में पुलिस ने प्रश्न पत्र के सही उत्तर वाली ‘की’ पकड़ी थी। साथ ही देश के अन्य हिस्सों से भी नकल कराने के कुछ मामले सामने आई थी। इसके बाद कुछा छात्र कोर्ट पहुंचे और अनियमितताओं की जांच के लिए याचिका दायर की।
इसके बाद मामले पर फैसला 15 जून के लिए सुरक्षित रख लिया गया था। आज सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा रद्द कर इसे फिर से करवाने के निर्देश दिए हैं।