उन्होंने संवाददाताओं से कहा, पाकिस्तान सरकार ने जाधव तक राजनयिक पहुंच देने से मना कर दिया है जबकि भारत ने 13 बार इसके लिए कोशिश की। हम जाधव तक पहुंचने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।
सिंह ने दोहराया कि जाधव का ईरान से अपहरण किया गया था। पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने गत 10 अप्रैल को बंद कमरे में की गयी सुनवाई में जाधव को मौत की सजा सुनायी। उन्हें कथित रूप से अशांत क्षेत्र बलूचिस्तान और कराची में जासूसी एवं विध्वंसकारी गतिविधियों में शामिल होने के लिए यह सजा दी गयी।
वियना संधि के अनुसार किसी दूसरे देश के नागरिक को बंदी बनाने वाले राष्ट्र के लिए उस देश के दूतावास के अधिकारियों को बंदी तक पहुंच स्थापित करने की मंजूरी देना जरूरी है।
भारत ने शुक्रवार को कहा था कि वह मौत की सजा के खिलाफ अपील दायर करेगा और साथ ही उसने पाकिस्तान से आरोप पत्र और सैन्य अदालत के मौत की सजा के फैसले की प्रमाणित प्रति मांगी तथा जाधव तक राजनयिक पहुंच प्रदान करने को कहा।
सिंह ने कश्मीर में युवाओं द्वारा सीआरपीएफ जवानों को परेशान करने से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ना तो मैं इस तरह के वीडियो देखता हूं और ना ही जमीनी सच्चाई जाने बिना उनपर टिप्पणी करता हूं।
उन्होंने राष्ट्रवाद एवं देशभक्ति विषय पर पूर्व सैनिकों द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में ये बातें कहीं। भाषा