पुलिस ने बताया कि नक्सलियों ने प्रतिबंधित माओवादी आंदोलन और हिंसा की विचारधारा से निराश होकर अपने हथियार डाल दिए। बस्तर रेंज के महानिरीक्षक एसआरपी कल्लूरी ने जानकारी देते हुए कहा, बस्तर पुलिस के लिए यह एक और बड़ी कामयाबी है जो कैडरों को मुख्यधारा में आने के लिए समझाने में लगातार कामयाब रही है। उन्होंने बताया कि 15 महिलाओं सहित 70 विद्रोहियों ने चिन्तालनार में जगरगुंडा थाने में वरिष्ठ पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। कल्लूरी ने जानकारी दी कि इनमें से कुछ नक्सलियों पर इनाम भी था और वे लूट, पुलिस दल पर हमला, आगजनी जैसे अपराधों की कई घटनाओं में शामिल रहे हैं।
नक्सलियों ने कुछ हथियार और नक्सल संबंधी सामग्री भी पुलिस को सौंपी। आत्मसमर्पण करने वाले हर विद्रोही को प्रोत्साहन राशि के तौर पर 10-10 हजार रुपए दिए गए। आईजी ने कहा कि प्रदेश सरकार की नीति के तहत उन्हें आवश्यक सहायता मुहैया कराई जाएगी।