अभिनेत्री और कांग्रेस की पूर्व सांसद राम्या के खिलाफ पाकिस्तान की तारीफ करने के लिए रोजद्रोह की शिकायत की गई है। उक्त टिप्पणी के कारण सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हुई है और भाजपा तथा एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने उसे राष्ट्रविरोधी करार दिया है। अधिवक्ता के विठल्ल गौड़ा ने सोमवरपेट के प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में राम्या के खिलाफ शिकायत दाखिल की जिसे अदालत ने सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया। इस मामले में 27 अगस्त को सुनवाई होगी। शिकायत में गौड़ा ने आरोप लगाया है कि बहुभाषी अभिनेत्री ने पाकिस्तान की तारीफ करके भारत का अपमान किया है और लोगों को भड़काया है। शिकायत में पुलिस को पूर्व कांग्रेसी सांसद राम्या के खिलाफ भादंसं की धारा 124 (ए) (राजद्रोह), 344 (दस या अधिक दिनों तक गलत तरीके से बंधक बनाना) और 511 (ऐसे अपराध करने का प्रयास करने के लिए दंड जिनमें उम्र कैद या अन्य कारावास की सजा का प्रावधान हो) के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई का निर्देश देने की मांग की गई है।
राम्या हाल ही में युवा सांसदों के दक्षेस प्रतिनिधिमंडल के साथ इस्लामाबाद गई थीं। जिसका जिक्र करते हुए मांडया की एक सभा में उन्होंने कहा था, पाकिस्तान नरक नहीं है। वहां के लोग भी बिलकुल हमारे जैसे ही हैं। उन्होंने हमारी खूब आवभगत की। राम्या मांड्या से ही 2013 से 2014 तक लोकसभा की सदस्य रहीं। उनके बयान को जाहिर तौर पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की उस टिप्पणी का जवाब माना जा रहा है जिसमें उन्होंने इस्लामाबाद को आतंक को बढ़ावा देने के लिए आड़े हाथ लेते हुए पिछले सप्ताह कहा था, पाकिस्तान जाना नरक जाने जैसा ही है। इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए राम्या ने कहा, देश में आज किसी के भी खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने भाजपा पर अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक लगाने की कोशिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि एक इंसान के रूप में मुझे मेरे विचार, राय या ख्यालों को व्यक्त करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए। मुझे लगता है कि भाजपा सरकार उस पर नियंत्रण के प्रयास कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा फिलहाल देशद्रोह के कानून को समाप्त करने के लिए कुछ नहीं करेगी क्योंकि वह इसका लाभ उठा रही है।