अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में विश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। पार्टी के एक नेता ने इसकी जानकारी दी । बता दें कि लंबे समय से खींचतान के बाद आज सचिन पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात हुई है।
एक पार्टी नेता ने कहा, ' विधायक दल की यहां हुई बैठक में यह घोषणा की गयी कि विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।'
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि इन 19 विधायकों (सचिन पायलट और 18 विधायक जो उनका समर्थन कर रहे थे) के बिना भी हम बहुमत साबित कर सकते थे लेकिन इससे हमें खुशी नहीं मिलती। हम विश्वास मत लाएंगे।
बैठक में मौजूद रहे पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने पीटीआई से कहा,' कांग्रेस विश्वास प्रस्ताव लाएगी। हमने इसके लिए विधानसभा सचिवालय को अर्जी दी है। विधानसभा की कार्य संचालन समिति इस बारे में कोई फैसला लेगी।'
वहीं सीएलपी मीटिंग के बाद के. सी. वेणुगोपाल ने कहा, सबकुछ अच्छे से हो गया। अब कांग्रेस परिवार एक साथ है, हम मिलकर भाजपा की गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ेंगे। कल विधानसभा में कांग्रेस पार्टी एकजुटता से खड़ी होगी।
विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने विधायकों से अब तक हुई बातों को भूलकर आगे बढ़ने को कहा। विधानसभा का पांचवां सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि 200 सदस्यों की विधानसभा में कांग्रेस के 107 विधायक हैं। वहीं 13 निर्दलीय, राष्ट्रीय लोक दल का एक, माकपा के दो, भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो व भाजपा के 72 व उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायक हैं।