समाचार एजेंसी एएनआई ने एक स्टोरी की, जिसमें इस बात की पड़ताल की गई है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट ऑटोमैटिक तरीके से रीट्वीट तो नहीं हो रहे हैं।
राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल 'OfficeofRG' पर रीट्वीट्स की बढ़ती संख्या पर हर तरफ चर्चा हो रही है। लोग मान रहे हैं कि राहुल अब सोशल मीडिया पर लोगों से बेहतर संवाद कर रहे हैं पर न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट में इस पर सवाल खड़े किए गए हैं।
एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि रूस, कजाकिस्तान या इंडोनेशिया से किए जा रहे ये कथित बॉट फॉलोवर्स हैं यानी ये रीट्वीट फर्जी तरीके से किए जा रहे हैं।
इसी के चलते केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि क्या राहुल गांधी रूस, इंडोनेशिया या कजाकिस्तान जाकर चुनाव जीतना चाहते हैं। इसके साथ उन्होंने एएनआई की इस रिपोर्ट को भी ट्वीट किया।
Perhaps @OfficeOfRG planning to sweep polls in Russia, Indonesia & Kazakhstan ?? #RahulWaveInKazakh https://t.co/xVanl2mKGh https://t.co/Yhl1oAGqOg
— Smriti Z Irani (@smritiirani) October 21, 2017
15 अक्टूबर को राहुल गांधी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक ट्वीट को रीट्वीट किया था। यह ट्वीट तुरंत ही 20 हजार बार रीट्वीट हो चुका था।
Modi ji quick; looks like President Trump needs another hug pic.twitter.com/B4001yw5rg
— Office of RG (@OfficeOfRG) October 15, 2017
पर दावे से नहीं कह सकते कि ज्यादातर अकांउट फेक हैं
इस ट्वीट को रीट्वीट करने वालों में एएनआई ने दस लोगों का ट्विटर हैंडल भी दिया है। लेकिन कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि इन ट्विटर हैंडल से एक ही जैसे रीट्वीट किए गए हैं और डोनाल्ड ट्रंप वाले ट्वीट के अलावा राहुल गांधी के दूसरे ट्वीट रीट्वीट नहीं किए गए हैं। इसलिए कई लोग एएनआई की स्टोरी पर भी शक जाहिर कर रहे हैं कि इन्हीं ट्विटर हैंडल को उदाहरण के लिए क्यों चुना गया। इन ट्विटर हैंडल्स को देखने के लिए यहां क्लिक करें। इसलिए पूरे दावे से कहना मुश्किल है कि सारे ट्वीट फर्जी अकांउट से रीट्वीट किए गए हैं।
फेसबुक से
कांग्रेस के संजय झा ने एक ट्वीट में कहा है, ''एक ऊटपटांग और प्रायोजित रिपोर्ट का सहारा लेकर पूरी मोदी सरकार राहुल गांधी पर हमले में लगी है। बीजेपी, मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि आपके अंत की शुरुआत हो गई है?''
वहीं एक और कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर कहा, ''क्यों नहीं मोदी सरकार राहुल गांधी पर हमला करने के लिए एक पूर्णकालिक मंत्री बना देती है, ऐसे में दूसरे मंत्री अपना काम कर पाएंगे।
पर ऐसा सिर्फ राहुल गांधी के साथ नहीं हुआ है।
ऐसा पहली बार नहीं है कि किसी नेता के ट्वीट्स इस तरह ट्रेंड होने लगे हों। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कतर यात्रा भी इसी तरह ट्रेंड करने लगी थी। तब #ModiInQatar ट्रेंड हुआ था और काफी रीट्वीट्स भी किए गए थे। इसके बाद उनकी स्विट्जरलैंड यात्रा भी ट्रेंड हुई।
दूसरी ओर अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइट ने एक एनालिसिस पेश की है जिसमें बताया है कि इन दिनों राहुल गांधी का ट्विटर हैंडल जनता में प्रधानमंत्री मोदी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से ज्यादा लोकप्रिय हो चला है।
वेबसाइट में बताया गया कि सितंबर महीने से ही राहुल गांधी ट्विटर पर रीट्वीट के मामले में मोदी को पछाड़ चुके हैं. सितंबर में राहुल के एक ट्वीट को औसतन 2,784 रिट्वीट मिले तो मोदी को 2506 रिट्वीट मिले. अक्टूबर के मध्य में राहुल के रिट्वीट के औसत में भारी इजाफा देखा गया और उसे 3,812 रीट्वीट मिले और बीते तीन साल में मोदी के बेस्ट औसत के काफी करीब है।
मोदी के ट्वीट को बीते साल नवंबर में औसतन 4,074 रिट्वीट मिले थे, जब मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने का फैसला किया था।
क्या है ट्विटरबॉट?
ट्विटरबॉट, दरअसल एक तरह का सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से उपभोक्ता अपने सोशल मीडिया अकाउंट को कंट्रोल कर सकते हैं। बॉट सॉफ्टवेयर की मदद से यूजर्स सोशल मीडिया की एक्टिविटी को मैनेज करने जैसे ट्वीट, रीट्वीट, किसी हैंडल को फॉलो और अनफॉलो करने और डायरेक्ट मैसेज करने जैसे काम आसानी से कर सकते हैं।