नई दिल्ली। अन्ना हजारे ने उन्होंने पूर्व सैनिकों को आश्वासन दिया कि उनका देय दिलाने में जो भी संभव होगा, वह करेंगे। उन्होंने कहा कि वह मुद्दे पर लोगों को जागृत करने के लिए देशभर का दौरा करेंगे जो दो अक्तूबर को यहां रामलीला मैदान में एक विरोध प्रदर्शन के साथ पूरा होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर गांधीवादी कार्यकर्ता ने कहा कि उन्होंने चुनावों से पहले वन रैंक, वन पेंशन का वायदा किया था, लेकिन अभी उन्हें इस मुद्दे पर फैसला करना है। जंतर-मंतर पर पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए अन्ना ने कहा कि शहीद दिवस भाषण देने का दिन नहीं है। हम हर वह काम करेंगे जो हम वन रैंक वन पेंशन का कार्यान्वयन कराने के लिए कर सकते हैं... मैं देशभर के कई राज्यों में जाऊंगा और रैलियां करूंगा।
रक्षामंत्राी मनोहर पर्रिकर को एक अच्छा व्यक्ति करार देते हुए अन्ना ने कहा कि यहां तक कि वह भी आश्वासन पूरा करने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा, हमारे रक्षामंत्री अच्छे आदमी हैं और मैं उन्हें अच्छी तरह से जानता हूं। फरवरी में उन्होंने निर्णय लिया था कि वित्त मंत्रालय से 500 करोड़ रूपये लिए जाएंगे और यदि यह कम होगा तो और राशि मांगी जाएगी।
सरकार पर लोकसभा चुनाव पूर्व किए गए वायदों में से एक को भी पूरा न किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, उस समय उन्होंने आश्वासन दिया था कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को प्राथमिकता देंगे। आप जहां भी जाते हो, भ्रष्टाचार बढ़ गया है और महंगाई बढ़ी है। बहुत से आश्वासन दिए गए थे और एक भी पूरा नहीं हुआ है। राजग सरकार पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि एक और वायदा किया गया था कि किसानों को उनकी उत्पादन लागत से 50 प्रतिशत ज्यादा मिलेगा।
हजारे ने राजग सरकार से पूछा, काले धन के बारे में क्या ? आपने कहा था कि हर व्यक्ति को उसके खाते में 15 लाख रूपये मिलेंगे। यदि आप यह सोचते हो कि आपके पास बहुमत है और आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता। यदि यह आपकी सोच है, तो हर गुजरते दिन के साथ आपको नुकसान होगा। आपको नुकसान का सामना करना पड़ेगा।