संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएन) में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा पाकिस्तान को लेकर निशाना साधने के बाद पाकिस्तान ने भारत को जवाब देने के चक्कर में एक बड़ी गलती कर दी, जिससे लगता है कि फेक न्यूज और फेक फोटो का शिकार हर कोई होता जा रहा है।
यूएन में पाकिस्तान की एंबेसडर मलीहा लोधी ने सुषमा स्वराज के भाषण पर अपना जवाब देते हुए यूएन को ही गुमराह करने की कोशिश की। इसके बाद पाकिस्तान की किरकिरी भी हो रही है।
असल में मलीहा लोधी ने भारत पर जम्मू एवं कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाते हुए पैलेट गन की शिकार एक लड़की की तस्वीर दिखाई। लेकिन मलीहा ने यूएन के सामने जो तस्वीर पेश की वास्तव में वह भारत की थी ही नहीं।
Pakistan envoy Lodhi passes off Palestinian victim as a Kashmiri
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— ANI Digital (@ani_digital) September 24, 2017
क्या है तस्वीर की सच्चाई?
दरअसल, यह तस्वीर गाजा पट्टी की रहने वाली 17 वर्षीय राव्या अबू जोमा की है। राव्या की यह तस्वीर गाजा सिटी के एक अस्पताल में उपचार के दौरान ली गई है। वह पिछले वर्ष गर्मियों में इजरायल द्वारा की गई बमबारी के दौरान घायल हो गई थीं। उसे शार्पनेल से गंभीर चोटें आई थीं। राव्या के घर पर बमबारी हुई थी, जिसमें उसके तीन चचेरे भाई और उसकी बहन की मौत हो गई थी।
उल्लेखनीय है कि यह तस्वीर प्रख्यात फोटो जर्नलिस्ट हेइदी लेवाइन ने ली थी। गाजा में खींची गई उनकी तस्वीरों के लिए उन्हें इंटरनेशनल वुमंस मीडिया फाउंडेशन ने अवार्ड भी दिया था।
यूरोमेडिटरेनियन ह्यूमन राइट्स मॉनिटर के संस्थापक और लॉ एवं फाइनेंस में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रैमी आब्दू ने अपने ट्विटर हैंडल पर 27 मार्च 2015 को यह तस्वीर साझा की है।
मलीहा लोधी की इस हरकत के बाद पाकिस्तान पर वैश्विक मंच पर गलत तथ्य पेश करने का भी आरोप लग रहा है।