अब नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी बंकरों को उड़ानेे का एक वीडिया वायरल हो रहा है, जिसे एक मई की घटना का बदला बताया जा रहा है। लेकिन इस बार भी सेना ने मीडिया के इस दावे की पुष्टि नहीं की है। कई लोगों ने इस वीडियो के अप्रैल के होने का दावा किया है। क्या पाकिस्तान से नफरत और देशप्रेम की आड़ में फर्जी खबरें प्रचारित करना जरूरी है? सच के साथ खड़ा होना भी तो देशप्रेम है!
कल दिन भर पाकिस्तानी बंकर को उड़ाने का वीडियो टीवी चैनलों पर वीर रस पैदा करता रहा। तथ्य और सच की परवाह किए बगैर, टीवी चैनलों ने पाकिस्तान को धूल चटा दी। दावा किया गया कि दो जवानों के साथ पाकिस्तान ने जो बर्बरता की, हमने उसका बदला ले लिया है। बाद में पता चला कि यह वीडिया तो अप्रैल का है, जब भारतीय सेना ने नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी पोस्ट्स को निशाना बनाया था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने एेसे किसी अभियान की पुष्टि करने से इनकार कर दिया है। एक मिनट 41 सेकंड के इस वीडियो में राॅकेट और गोले लगने के बाद बंकरों की एक चौकी नष्ट होती दिख रही है। चौकी के ऊपर पाकिस्तानी झंडा देखा जा सकता है। वीडियो में एक आवाज सुनी जा सकती है जिसमें कहा गया है कि निशाने को सफलतापूर्वक भेद दिया गया है।
An undated (some say April 2017) video shows Indian Army destroying Pakistani bunker along Line of Control (LoC)