महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट से पहले भाजपा विधायकों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। विधायकों ने मंत्री नवाब मलिक को उनके पद से नहीं हटाने के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच एमवीए नेता भी भाजपा के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं।
पिछले हफ्ते प्रवर्तन निदेशालय ने भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों की गतिविधियों से जुड़ी धनशोधन जांच के सिलसिले में राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक को गिरफ्तार किया था।
विधानसभा में गुरुवार को विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस, विधान परिषद में लोकसभा अध्यक्ष प्रवीण दरेकर और राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि एमवीए सरकार उन लोगों के प्रति सहानुभूति रखती है जिन्होंने (1993) के मुंबई बम विस्फोटों में दोषी ठहराए गए दाऊद और उसके सहयोगियों की मदद की थी। हम मलिक को मंत्री बनाए रखने के फैसले की निंदा करते हैं, जब कुछ आरोपों के तहत गिरफ्तार किए गए मंत्री को हटाने की एक मिसाल रही है।
बता दें कि गुरुवार से शुरू हो रहे राज्य विधानमंडल का बजट सत्र 25 मार्च को समाप्त हो रहा है। महाराष्ट्र में विपक्षी भाजपा ने कहा है कि वह चाहती है कि मौजूदा सत्र फलदायी रहे और वह कई मुद्दों पर चर्चा करना चाहती है, बशर्ते एमवीए सरकार मलिक को बर्खास्त कर दे।
एमवीए नेताओं का दावा
एमवीए नेताओं ने भाजपा का विरोध करते हुए दावा किया है कि भगवा पार्टी राज्य सरकार को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।
महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक को मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय से आज मेडिकल के लिए ले जाया गया। दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नवाब मलिक की हिरासत आज खत्म हो रही है।