दिल्ली विधानसभा में इस मुद्दे पर आहूत विशेष सत्रा में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ के सजीव प्रदर्शन पर आयोग की ओर से जारी प्रतिक्रिया में कहा गया है कि जिस मशीन पर यह प्रदर्शन किया गया है, वह आयोग की मशीन नहीं है। आयोग की ओर से जारी आधिकारिक बयान में आप के दावे को सच्चाई से दूर बताते हुए कहा गया है कि ईवीएम में छेड़छाड़ संभव नहीं है।
आयोग ने कहा कि विधानसभा में जिस मशीन पर छेड़छाड़ का प्रदर्शन किया गया है वह ईवीएम की तरह दिखने वाला एक उपकरण मात्रा है, ईवीएम नहीं। इस मशीन के आधार पर ईवीएम को हैक करने का दावा निराधार है।
आयोग ने कहा कि ईवीएम से मिलती जुलती मशीन में प्रोग्रामिंग कर अपनी ममर्जी के मुताबिक, इसमें छेड़छाड़ का कथित प्रदर्शन कर चुनाव आयोग की मशीनों में गड़बड़ी का दावा देश के समझदार नागरिकों को प्रभावित नहीं कर सकता है।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्राी अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में ईवीएम से मिलती जुलती मशीन से छेड़छाड़ के प्रदर्शन का हवाला देते हुए ईवीएम का मदरबोर्ड बदलकर महज 90 सेकेंड में गड़बड़ी करने की आयोग को चुनौती दी थी।
आयोग ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी की शंकाओं को दूर करने के लिये ही निर्वाचन आयोग ने 12 मई को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसमें ईवीएम को गड़बड़ी से मुक्त रखने के लिये किये गये सुरक्षा उपायों की विस्तार से राजनीतिक दलों को जानकारी दी जायेगी। साथ ही आयोग इन जानकारियों को पहले ही अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर चुका है।