छत्तीसगढ़ के लोकनिर्माण मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी की जांच सीबीआइ करेगी। प्रदेश की रमन सिंह सरकार ने शनिवार को यह फैसला किया। मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के खिलाफ भी आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इससे राज्य की सियासत खासी गरमा गई है।
राज्य के मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने सीबीआइ जांच की जानकारी देते हुए कहा कि सीडी कांड एक राजनीतिक साजिश है। मूणत सीडी को पहले ही फर्जी बता चुके हैं। इसी मामले में ब्लैकमेलिंग और उगाही के आरोप में वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग नहीं कर रहे थे। माना जा रहा है कि रमन सिंह सरकार इस मामले की आंच सरकार की छवि पर नहीं पड़ने देना चाहती। यही कारण है कि सरकार ने खुद पहल करते हुए सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है।
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण मंत्री मंत्री राजेश मूणत ने पत्रकार विनोद वर्मा के दावों को खारिज किया था। उऩ्होंने कहा था कि उन्हें सोशल मीडिया के जरिए सीडी के बारे में जानकारी मिली और सीडी पूरी तरह फर्जी है। जिस भी एजेंसी से जांच करानी हो जांच हो जाए, वह जांच के लिए तैयार हैं। पत्रकार विनोद वर्मा के खिलाफ छत्तीसगढ़ के पंडारी थाने में आइपीसी की धारा 384, 506 और आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है, जिसके आधार पर उन्हें छत्तीसगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम से गिरफ्तार किया था। उन पर एक नेता को ब्लैकमेल करके अवैध उगाही करने का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद विनोद वर्मा ने दावा किया था कि उनके पास मूणत की सेक्स सीडी है इसलिए सरकार उन्हें फंसा रही है।
मामले में रायपुर पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया था कि प्रकाश बजाज नाम के एक शख्स की शिकायत के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। बजाज ने अपनी शिकायत में कहा है कि विनोद वर्मा ने उसे फोन पर धमकी दी और किसी अश्लील सीडी का हवाला देकर ब्लैकमेल करने की कोशिश की। वर्मा की गिरफ्तारी के बाद बघेल ने एक सीडी सार्वजनिक की थी, जिसमें कथित तौर पर मूणत एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहे हैं।