नीट-यूजी पेपर लीक मामला हजारों युवाओं के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। हालांकि, सीबीआई द्वारा जांच पड़ताल का सिलसिला जारी है। अब सीबीआई ने एम्स पटना के तीन छात्रों से पूछताछ की है। जिन छात्रों से पूछताछ की जा रही है, उनके बारे में तत्काल जानकारी नहीं मिल पाई है।
अधिकारियों का कहना है कि एजेंसी ने मंगलवार को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ आदित्य को गिरफ्तार किया था, जिसने कथित तौर पर हजारीबाग में एनटीए ट्रंक से एनईईटी-यूजी पेपर चुरा लिया था।
उन्होंने बताया कि बोकारो निवासी कुमार को पटना से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने राजू सिंह नाम के व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया था, जिसने कथित तौर पर पेपर चुराने में कुमार की मदद की थी। उन्होंने बताया कि सिंह को हज़ारीबाग़ से गिरफ्तार किया गया था।
मेडिकल-प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने छह एफआईआर दर्ज की हैं। बिहार की एफआईआर पेपर लीक से संबंधित है, जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र की शेष एफआईआर उम्मीदवारों के प्रतिरूपण और धोखाधड़ी के संबंध में हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संदर्भ पर एजेंसी की अपनी एफआईआर नीट यूजी 2024 में कथित अनियमितताओं की "व्यापक जांच" से संबंधित है।
नीट यूजी का आयोजन एनटीए द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है। इस साल, परीक्षा 5 मई को 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिनमें 14 विदेश में भी शामिल थे। परीक्षा में 23 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे।