हाल में जारी सर्वेक्षण के नतीजों के विश्लेषण में सीएसई ने पाया है कि टॉप तीन शहरों - इंदौर, भोपाल और विशाखापट्टनम में कचरा प्रबंधन के ऐसे तरीके अपनाए जा रहे हैं जो पर्यावरण के लिहाज से ठीक नहीं हैं। ये शहर कूड़े को अलग किए बगैर ही इकट्ठा कर लैंडफील साइट पर डंप कर देेेेते हैं। इसमें से बहुत थोड़े कचरा प्रोसेस किया जाता है।
स्वच्छता सर्वे में देश के सबसे स्वच्छ बताए गए ये शहर म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट रूल्स, 2016 का पालन नहीं कर रहे हैं। इन नियमों के तहत गीले, सूखेे और खतरनाक कचरे को घरों के स्तर पर ही पृथक करना जरूरी है। इन नियमों में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि कचरे से बिजली बनाने वाले संयंत्र मिश्रित कूड़ेे को नहीं जलाना चाहिए। ये नियम कूड़े को लैंडफिल साइट पर डंप करनेे पर जोर नहीं देते हैं।