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जेटली ने माना मोदी के ब्लू काॅर्नर नोटिस को लेकर भ्रम

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने माना कि ललित मोदी के खिलाफ चल रहे १६ मामलों में से १५ की जानकारी उनके पास है और एक मामले की जांच की जा रही है। मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता के दौरान जेटली ने कहा कि ललित मोदी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने ब्लू कार्नर नोटिस जारी किया है इसको लेकर भ्रम है।
जेटली ने माना मोदी के ब्लू काॅर्नर नोटिस को लेकर भ्रम

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी की मदद करने को लेकर मचे बवाल के बाद जेटली ने अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा कि उन्होंने सद‍भावना और नेक नीतय के तहत काम किया और पूरी सरकार तथा भाजपा इस मुद्दे पर एकमत है। जेटली ने कहा कि ललित मोदी के खिलाफ कई मामलों में प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है और अर्ध न्यायिक कार्य के तहत इस संबंध में कई कारण बताओ नोटिस भी जारी किए हैं। ललित मोदी के खिलाफ ईडी की ओर से कोई ब्लू कार्नर नोटिस जारी किए जाने के बारे में किए गए सवाल पर उन्होंने कहा ब्लू के शेड्स को लेकर भ्रम है। 

जेटली ने कहा, इंटरपोल द्वारा जारी किए जाने वाले ब्लू कार्नर नोटिस की एक प्रक्रिया है। प्रक्रिया के तहत लाइट ब्लू कार्नर नोटिस को राजस्व खुफिया निदेशालय ईडी के आग्रह पर जारी करता है। यह नोटिस 2010 में जारी किया गया था और वह नोटिस आज भी वैध है।आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को ब्रिटेन में यात्रा दस्तावेज मुहैया कराने में मदद किए जाने के सुषमा के कदम की पार्टी  अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा मानवीय बता कर बचाव किए जाने के दो दिन बाद आज जेटली उनके बचाव में उतरे। 

ललित मोदी पांच साल से अधिक समय से लंदन में शरण लिए हुए हैं। उन पर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लांडरिंग (काले धन को वैध बनाने) और 1700 करोड़ रूपयों के अन्य मामलों के आरोप लगाए गए हैं और इस संबंध में जांच के लिए वह उन्हें भारत लाना चाहता है। दिलचस्प पहलू यह है कि जम्मू कश्मीर के लिए बाढ़ राहत पैकेज की घोषणा करने के लिए बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन से पहले जेटली, राजनाथ सिंह और सुषमा के बीच नार्थ ब्लाक स्थित सिहं के चैंबर में लगभग एक घंटे तक चर्चा हुई। 

सुषमा द्वारा ललित मोदी की मदद करने के विवाद के रविवार को सुर्खियों में आने के बाद जेटली की चुप्पी को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था। यह पूछे जाने पर कि सुषमा ने क्या मोदी की मदद की कार्रवाई करने का फैसला खुद किया, जेटली ने कहा कि विभिन्न विभागोंं के प्रभारी सभी मंत्री निर्णय करने में सक्षम हैं और सरकार द्वारा लिए जाने वाले सभी निर्णयों की सामूहिक जिम्मेदारी होती है। पार्टी के कुछ लोगोें की ओर से एेसे संकेत किए जा रहे थे कि सुषमा जिस झमेले में उलझी हैं उसमें संभवत: जेटली का हाथ हो सकता है। पार्टी  सांसद कीर्ति आजाद ने इसमें किसी अंदरूनी व्यक्ति का हाथ होने का इशारा करते हुए अपने ट्वीट में आस्तीन के सांप की बात कही थी।

 

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