गौरतलब है कि जीएसटी की लॉन्चिंग के दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को पीएम के साथ मंच साझा करने का न्योता दिया गया था। अब कांग्रेस के बायकॉट के बाद मनमोहन सिंह इस इवेंट में शामिल नहीं होंगे। इवेंट में प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी, नरेंद्र मोदी, अरुण जेटली, सीनियर मिनिस्टर्स और अफसर शामिल होंगे।
सेंट्रल हॉल में हुई लॉन्चिंग की रिहर्सल
बुधवार रात 10 बजे सरकार ने GST की लॉन्चिंग की पार्लियामेंट के सेंट्रल हॉल में रिहर्सल की, ताकि लॉन्चिंग इवेंट में किसी तरह की गड़बड़ी ना हो। इस दौरान वित्त मंत्रालय के अधिकारियों सहित कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे।
ममता ने GST को बताया ऐतिहासिक गलती
ममता ने बुधवार को फेसबुक पोस्ट में कहा कि प. बंगाल के फाइनेंस मिनिस्टर अमित मित्रा 30 जून की दोपहर को होने वाली GST काउंसिल की मीटिंग में भी हिस्सा नहीं लेंगे। हम GST लागू करने को लेकर गहरी चिंता में हैं। नोटबंदी के बाद ये गैरजरूरी ऐतिहासिक गलती करने में केंद्र बहुत जल्दी कर रहा है। उन्होंने लिखा कि यह इमरजेंसी से ज्यादा है और ये सुपर इमरजेंसी जैसे हालात हैं। देश तबाही के दिनों की ओर बढ़ रहा है। केंद्र जबरदस्ती देश के लोगों पर कानून थोप रहा है। केंद्र को और वक्त लेना चाहिए था। वहीं कांगेस के सीनियर नेता और राज्यसभा में पार्टी के चीफ व्हिप सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहना है कि व्यापारियों की भावनाओं को ध्यान रखते हुए पार्टी ने यह निर्णय लिया है। इसके साथ ही कांग्रेस चाहती है कि अन्य मुद्दों की तरह दूसरी अन्य विपक्षी पार्टियों भी इस मुद्दे पर उसके साथ रहें, जैसा कि अन्य कई बड़े मसलों पर वो करती है.