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खाक हो चुकी नौका पर विवाद जारी

पाकिस्तान की तरफ से 31 दिसंबर 2014 की रात भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाली रहस्यमय नौका को लेकर नौसेना अधिकारियों और भारत सरकार के विवादास्पद बयानों से रहस्य और गहराता जा रहा है।
खाक हो चुकी नौका पर विवाद जारी

तटरक्षक बल ने एक वीडियो जारी कर बताने की कोशिश की है कि नौका में बैठे लोगों ने खुद ही उसमें आग लगा दी थी। इस बीच, पाकिस्तान ने इसे आतंकी नौका करार देने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह भारत सरकार का महज एक नाटक है और मामले को शुरू से ही रहस्यमय बनाया गया है।

इससे पहले तटरक्षक बल के डीआईजी बी. के. लोशाली ने पाकिस्तानी नौका को उड़ाने का दावा किया था। लेकिन रक्षा मंत्रालय ने इस दावे को गलत बताते हुए नया वीडियो जारी किया है।

भारतीय नौसेना के मुताबिक, नौका में आतंकवादी ही सवार थे, इसे लेकर भी शंका की कोई गुंजाइश नहीं रह गई है। गुरुवार को जारी ताजा ‌वीडियो पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल (रिटायर्ड) सुशील कुमार ने कहा कि यह पूरी तरह साफ हो गया है कि इंडियन कोस्ट गार्ड ने बेहतरीन काम किया है।
रक्षा विशेषज्ञ मारूफ रजा ने कहा कि यह भारतीय तटरक्षक बल का विशेष अभियान था जो पूरी तरह सफल रहा। उन्होंने कहा कि यह सच है कि उस बोट के जरिये आतंकी भेजने के पीछे कोई बड़ा प्लेयर नहीं था, लेकिन यह भी सच है कि उस बोट में आतंकी ही थे।

पा‌क‌िस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने कहा कि हमने मीडिया रिपोर्ट देखी है। पहले दिन से ही इस घटना को आतंकी साजिश करार देने के रहस्यमयी नाटक से अब पर्दा उठ चुका है। जैसाकि हम पहले ही बता चुके हैं हमारे अधिकारियों ने भारतीय मीडिया रिपोर्टों के आधार पर अपनी तरह से जांच की जिसका निष्कर्ष निकला कि न तो पाकिस्तान की कोई नौका गायब हुई है और न ही इस बात का कोई सबूत मिला है कि यह पाकिस्तानी नौका थी।

उन्होंने कहा कि हालिया भारतीय मीडिया रिपोर्ट दरअसल हमारे निष्कर्षों की ही पुष्टि करती है।हमने उनके बयानों, प्रतिक्रियाओं, गलतफहमी और विवादों पर गंभीरता से गौर किया तो पाया कि यह भारत में शुरू किया गया एक मजाकिया घटनाक्रम था।

भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि इस विडियो से सरकार का पक्ष और मजबूत होता है। उन्होंने इस मामले पर सरकार को कठघरे में खड़ा करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'यही तो रक्षा मंत्री ने बार-बार कहा कि यह पूरा मामला आत्मघात का है। कांग्रेस ने बिना छानबीन किए ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया, जो बिल्कुल गलत है।

हरेक पार्टी को ऐसे मामलों में धैर्य रखना चाहिए, जो कांग्रेस ने नहीं रखा। इतना तो साफ हो गया है कि आग बोट से ही उठी ना कि बाहर से लगाई गई। कांग्रेस को थोड़ा इंतजार करना चाहिए था।  

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