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हत्या के दो मामलों में सुनवाई पूरी, सोमवार को गुरमीत का पक्ष सुनेगी कोर्ट

रेप केस में जेल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम पर हत्या के दो मामलों को लेकर शनिवार को वीडियो...
हत्या के दो मामलों में सुनवाई पूरी, सोमवार को गुरमीत का पक्ष सुनेगी कोर्ट

रेप केस में जेल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम पर हत्या के दो मामलों को लेकर शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत में सुनवाई हुई। गुरमीत पर पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और पूर्व डेरा समर्थक रंजीत सिंह की हत्या का आरोप है। सुनवाई पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत में सुबह 11 बजे से शुरू हुई थी। अब अदालत सोमवार को राम रहीम का पक्ष सुनेगी.  

इस बीच, रणजीत और रामचन्द्र हत्याकांड में एक नया मोड़ आ गया है। राम रहीम का ड्राइवर खट्टा सिंह फिर से गवाही देने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने अदालत में गवाही देने के लिए अपील भी की है। राम रहीम का ड्राइवर खट्टा सिंह 2012 में अपने बयान से पलट गया था, जिसके बाद उसने शनिवार को कहा, 'मैं डर गया था कि कहीं वह मुझे और मेरे बेटे को मार न डालें।' उन्होंने कहा, 'हमें धमकी भी दी गई थी।' 

वकील नवकिरन सिंह ने बताया कि कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 22 सितंबर तय की है। इसी दिन कोर्ट तय करेगा कि खट्टा सिंह गवाही दे सकेंगे या नहीं। उन्होंने बताया कि खट्टा सिंह ने 2012 में डर के कारण अपना बयान बदल दिया था।



शनिवार को मामले में सीबीआई के वकील एच पी एस वर्मा और बचाव पक्ष के वकील एस के गर्ग नरवाना के बीच बहस हुई। पत्रकार की हत्या के आरोप में निर्मल सिंह, कृष्ण लाल और कुलदीप की भी पेशी हुई, जबकि सेवादार रणजीत सिंह की हत्या के आरोप में कृष्ण लाल, अवतार सिंह, जसबीर, सबदिल और इन्द्रसेन को पेश किया गया। 

बता दें कि रेप केस मामले में गुरमीत रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है, इसीलिए उसकी पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। 25 अगस्त को पंचकूला में हुए दंगे से सबक लेते हुए इस बार सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। सीबीआई कोर्ट के आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात थे। किसी को भी कोर्ट परिसर में जाने की अनुमति नहीं थी।


ये हैं गुरमीत राम रहीम पर लगे हत्या के मामले

पहला मामला-

पत्रकार रामचंद्र छत्रपति ‘पूरा सच’ नाम से अखबार छापते थे। उनके ही अखबार में पहली बार उस साध्वी की चिट्ठी छपी थी, जिसने पहली बार राम रहीम के बलात्कारी चेहरे से नकाब हटाया था। आरोप है कि राम रहीम के इशारे पर ही पत्रकार छत्रपति की अक्टूबर 2002 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

दूसरा मामला -

राम रहीम पर हत्या का दूसरा आरोप डेरा के प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या का है। रंजीत सिंह की भी 2002 में हत्या हुई थी। रंजीत सिंह की बहन के साथ राम रहीम ने बलात्कार किया था और ये बात रंजीत सिंह जानता था। आरोप है कि इसीलिए राम रहीम ने रंजीत सिंह की हत्या करा दी।

इन दोनों मामलों में हाईकोर्ट ने दिए थे सीबीआई जांच के आदेश

पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने 2003 में ही पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और रंजीत सिंह की हत्या की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। सीबीआई ने जुलाई 2007 में इस दोनों ही केस में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। अब 10 साल बाद इन केसों में फैसला आने की उम्मीद जगी है।

राम रहीम सिंह को 20 साल की सश्रम कैद 

बता दें कि पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत ने 25 अगस्त को गुरमीत राम रहीम सिंह को रेप के केस में दोषी ठहराया था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी। पंचकूला में आगजनी और हिंसा में 35 लोग मारे गए थे और सैकड़ों अन्य लोग घायल हो गए थे। कोर्ट ने इस मामले में राम रहीम सिंह को 20 साल की सश्रम कैद की सजा सुनाई है।

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