भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से नोटबंदी के आंकड़े जारी किए जाने के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
चिदंबरम ने कहा कि नोटबंदी पर आरबीआई के आंकड़ों ने मेरे छह महीने पहले कही गई बातों को सच साबित कर दिया है। उन्होंने कहा, 'आरबीआई की रिपोर्ट ने वहीं बात बताई है, जो मैंने छह महीने पहले कहा था।'
Finally the RBI report has revealed what I said 6 months ago: Former Finance Minister P.Chidambaram pic.twitter.com/O4d8MwOAcR
— ANI (@ANI) September 9, 2017
एएनआई के मुताबिक, नोटबंदी को गलत फैसला बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को भी अपनी गलती मान लेनी चाहिए। चिदंबरम ने कहा, 'सरकार में इतना साहस होना चाहिए कि वह अपनी गलती स्वीकार ले।'
#DeMonetisation was a wrong decision and the government should have the courage to accept it: P.Chidambaram pic.twitter.com/lelZzbpuSi
— ANI (@ANI) September 9, 2017
नोटबंदी को लेकर आरबीआई के आंकड़े जारी होने के बाद सरकार बचाव की स्थिति में आ गई है। रिपोर्ट ने यह साफ कर दिया है कि सरकार ने जिन कारणों को बताते हुए नोटबंदी का फैसला लिया था, वह सफल नहीं हो सकी।
इसके अलावा पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर बोलते हुए चिदंबरम ने कहा कि मुद्दे की बात ये है कि उन लोगों की हत्या हो रही है जो दक्षिणपंथी अतिवादी राजनीति के विरोधी हैं।
Point is ppl speaking against right wing extremist ideology are under threat: Chidambaram on question abt RG's remark on #GauriLankesh case pic.twitter.com/CDsXtk6RAL
— ANI (@ANI) September 9, 2017
मालूम हो कि पिछले साल 8 नवंबर 2017 को प्रधानमंत्री मोदी ने ब्लैक मनी को खत्म करने के लिए नोटबंदी की घोषणा की थी। इसके तहत 500 और 1000 रुपये के नोटों को तत्काल प्रभाव से बैन कर दिया था।
आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक 15.44 लाख करोड़ रुपये के प्रतिबंधित नोट में से 15.28 लाख करोड़ रुपये नोटबंदी के बाद बैंकों में वापस आ चुके हैं।नोटबंदी से पहले करेंसी मार्केट में 500 और 1000 रुपये के 15.44 लाख करोड़ रुपये के नोट थे और नोटबंदी के बाद सरकार को इसमें से 15.28 लाख करोड़ रुपये मिल गए। यानी महज 16 हजार करोड़ रुपये की रकम वापस सिस्टम में वापस नहीं आ पाई जो कुल प्रतिबंधित राशि का मजह एक फीसदी है।
रघुराम राजन भी कर चुके हैं नोटबंदी की आलोचना
चिदंबरम के पहले भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी नोटबंदी को लेकर सरकार पर निशाना साध चुके हैं।राजन ने कहा कि नोटबंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पड़ा है और आने वाले दिनों में इसके भयंकर नुकसान उठाने होंगे।
उन्होंने कहा, 'आरबीआई ने इस बात को लेकर चिंता जताया था कि नोटबंदी से फायदे के मुकाबले ज्यादा नुकसान होंगे। आरबीआई ने नोटबंदी को लेकर वैकल्पिक सुझाव दिया था।' उन्होंने कहा कि आरबीआई ने इस मामले में औपचारिक नोट भी तैयार किया था।
पूर्व गवर्नर ने कहा कि जीडीपी और औपचारिक अर्थव्यवस्था दोनों को नोटबंदी से नुकसान हुआ है और इससे कालाधन रखने वालों की पहचान नहीं हो पाई है।