देश में 150 यात्रियों में जानलेवा कोरोना वायरस के लक्षण मिले हैं। इसके बाद उनका अलग वार्डों में इलाज किया जा रहा है। सरकार ने आज राज्यसभा में संक्रमण से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के प्रयासों और पीड़ितों के इलाज की निगरानी के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन की अगुआई में (जीओएम) मंत्री समूह बनाया गया है।
अब तक 1.40 लाख लोगों की स्क्रीनिंग हुई
डॉ. हर्ष वर्धन ने राज्यसभा में अपनी ओर से दिए बयान में कहा कि चीन से आने वाले किसी भी विदेशी नागरिक को जारी वीजा अब वैध नहीं है। जो लोग चीन का दौरा करके लौट रहे हैं, वापसी पर उनका क्वैरेंटाइन किया जा रहा है। यात्रियों की जांच 18 जनवरी से शुरू कर दी गई थी। बाद में जांच सुविधा 21 हवाई अड्डों पर शुरू कर दी गई। डॉ. वर्धन के अनुसार सिंगापुर और हांगकांग से आने वाली सभी फ्लाइटों की यूनीवर्सल थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य कर दी गई है। अब तक 1275 फ्लाइटों की स्क्रीनिंग हो चुकी है जिनमें 139,539 यात्री सवार थे। नेपाल में एक संक्रमित मरीज मिलने के बाद नेपाल सीमा की चेक पोस्ट पर भी स्क्रीनिंग सुविधा शुरू की गई है।
केरल में तीन संक्रमित लोग मिले, हालत स्थिर
स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यसभा में बताया कि केरल में अभी तक तीन लोग कोरोना वायरस के संक्रमित मिले हैं। जिन तीन मरीजो में कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण मिले हैं, उन्होंने वुहान का दौरा किया था। हालांकि अब उनकी हालत स्थिर है। स्थिति से निपटने के लिए एक मंत्री समूह (जीओएम) बनाया गया है जिसकी अगुआई स्वास्थ्य मंत्री करेंगे। जीओएम में विदेश, गृह, शिपिंग और सिविल एविएशन मंत्री भी शामिल हैं।
चीन में इस वायरस से मरने वालों की संख्या 638 हो गई है जबकि 31 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित मिले है। हजारों लोग अस्पतालों में भर्ती है। दुनिया के दो दर्जन से ज्यादा देशों में संक्रमण फैल चुका है।