मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और जमात उद दावा के सरगना हाफिज सईद ने पाकिस्तान में अगले साल होने वाले आम चुनाव में लड़ने का ऐलान किया है।
हाफिज 10 महीने की नजरबंदी से हाल ही में रिहा हुआ है। लाहौर हाई कोर्ट के आदेश के बाद सईद की रिहाई पर भारत और अमेरिका ने कड़ी नाराजगी जताई थी।
पीटीआई के मुताबिक, सईद ने कहा कि मैं भारत को बताना चाहता हूं कि मैं कश्मीरियों का सपोर्ट करना जारी रखूंगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वहां क्या परेशानियां हैं। भारत चाहता है कि हम कश्मीरियों के लिए आवाज उठाना बंद कर दें। वह पाकिस्तान सरकार पर दबाव बना रहा है।
मैं पाकिस्तान को बताना चहता हूं कि पर्दे के पीछे से जारी डिप्लोमैसी ने सिर्फ कश्मीर के मुद्दे को नुकसान पहुंचाया है।
अमेरिका ने पाकिस्तान से उसे फिर से गिरफ्तार करने को कहा था। शनिवार को लाहौर में पत्रकारों को बुलाकर उनसे बातचीत में सईद ने कहा कि वह मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) की ओर से नेशनल असेंबली के लिए चुनाव लड़ेगा। उनसे अपना एजेंडा बताते हुए कहा कि 2018 कश्मीर की आजादी वाला साल होगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों लाहौर हाई कोर्ट ने सईद की नजरबंदी को तीन महीने के लिए बढ़ाए जाने की अपील को खारिज कर दिया। कोर्ट ने हाफिज सईद को छोड़े जाने का आदेश जारी किया था।हाफिज सईद लाहौर के जौहर कस्बे में स्थित अपने घर पर जनवरी 2017 से नजरबंद था।
रिहाई के बाद उसने भारत के खिलाफ अपने खतरनाक मंसूबे भी जाहिर किए थे। उसने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भारत के खिलाफ कश्मीर की आजादी और तेज होगी। पाकिस्तानी आतंकी का कहना है कि भारत और अमेरिका के दबाव की वजह से उसे नजरबंद किया गया था।इसी साल किया पार्टी का गठनइसी साल अगस्त में जमात उद दावा ने मिल्ली मुस्लिम लीग का गठन किया था।
सैफुल्लाह खालिद को इसका अध्यक्ष बनाया गया है। खालिद ने कहा था कि उसकी पार्टी पाकिस्तान को वास्तविक इस्लामी मुल्क बनाने के लिए काम करेगी। उसने कहा था कि वह समान विचारों वाली पार्टी के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है।